गोंदिया. राज्य के अहमदनगर स्थित जिला सामान्य अस्पताल के अतिदक्षता गृह में आग लगने से 11 मरीजों की मृत्यु हो गई. वहीं 6 मरीज झुलसकर गंभीर घायल हो गए. उन पर उपचार शुरू है. यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. इसकी जांच करने के लिए एक समिति गठित की गई है.
इसका जांच अहवाल प्राप्त होने के बाद दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. ऐसा केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डा.भारती पवार ने यहां बताया. वे जिले के दौरे पर थी तभी जिलाधीश कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा की. भंडारा के बाद अहमदनगर की जिला सामान्य अस्पताल में घटी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.
घटना कैसे घटी, इसमें किसकी लापरवाही है उसकी जांच समिति के माध्यम से की जा रही है. इसमें विशेषज्ञ शामिल किए गए है. समिति जल्द ही अहवाल प्रस्तुत करेगी. इतना ही नही इस तरह की घटनाओं की पुनर्रावृत्ती न हो इसके लिए सभी शासकीय अस्पतालों के फायर, इलेक्ट्रिक और स्ट्रक्चरल ऑडिट करने के निर्देश दिए गए. इसके लिए एक समिति के माध्यम से समीक्षा की जाएगी. डा. पवार ने बताया कि टीकाकरण का प्रमाण बढ़ाने के लिए घर घर दस्तक अभियान शुरू किया जा रहा है.
कोरोना को प्रतिबंधित करने के लिए टीकाकरण यह महत्वपूर्ण शस्त्र है. कुछ जिलों में टीकाकरण का प्रमाण 50 प्रश. कम है. वहीं दूसरा डोज लेने वालों का प्रमाण अल्प है. जिससे टीकाकरण कम होने के कारण खोजने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना से घर घर दस्तक यह उपक्रम क्रियान्वित किया जाएगा. इसी तरह दूसरे डोज का प्रमाण बढ़ाने के लिए व्यापक उपाय योजना किए जाने की बात भी उन्होंने कही.