Irrigation by bringing water from bucket, the couple's struggle to save paddy crop
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गोंदिया. जलसंकट पर मात करने के लिए राज्य की तत्कालीन फडणवीस सरकार ने जलयुक्त परिसर अभियान क्रियान्वित किया था. योजना का उद्देश्य अधिकाधिक जमीन सिंचाई में लाना था. इस अभियान से 1 लाख 72 हजार 185 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई में आया है. इसका लाभ जिले के किसानों को मिला है.

उल्लेखनीय है कि तत्कालीन सरकार ने 2015-16 में जलयुक्त परिसर योजना लागू की थी. इसके माध्यम से पिछले 4 वर्षों में जिले के 399 ग्राम वाटर न्यूट्रल हो गए हैं. करीब 1 लाख 72 हजार 185 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की गई. 2015-16 में योजना शुरू होते ही जिले के 94 ग्रामों का चयन कर उन्हें भी शत प्रतिशत जलयुक्त किया गया है.

सन 2017-18 में योजना के माध्यम से गांव वाटर न्यूट्रल हुए. इसी तरह 2018-19 में चयन किए गए 165 ग्राम भी जलयुक्त बनाए गए हैं. जिले में पिछले 5 वर्षों में 399 ग्रामों का चयन कर उन ग्रामों में 9 हजार 48 कार्य किए गए है. जल संवर्धन के विभिन्न कामों से जिले के 399 ग्राम जलयुक्त बन गए हैं जिससे 86 हजार 93 टीसीएम पानी जमा हो गया. वहीं 1 लाख 72 हजार 185 हेक्टेयर क्षेत्र योजना के माध्यम से सिंचित क्षेत्र हो गया है.