शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान व कौशल देना : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

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    गोंदिया. गोंदिया शिक्षण संस्था का कार्य सराहनीय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति लागू की है. जिसमें शिक्षा के साथ स्कील्ड है. नागरिकता के साथ संस्कार देना है. कर्मठ देशभक्त बनाना है. शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान व कौशल देना है. ऐसा प्रतिपादन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान  ने गोंदिया शिक्षण संस्था व मनोहर भाई पटेल अकादमी द्वारा एनएमडी कालेज के ऑडीटोरियम हाल में आयोजित सत्कार समारोह में किया.

    पूर्व सांसद मधुकर कुकड़े, विधायक मनोहर चंद्रिकापुरे, भंडारा जिला सेंट्रल को  ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष सुनील फुंडे, विधायक राजु कारेमोरे, केलवणी मंडल के सचिव अजय वडेरा, प्राचार्य डा.  अंजन नायडु, प्राचार्य शारदा महाजन,  मध्यप्रदेश पिछडा आयोग के चेयरमेन व विधायक गौरीशंकर बिसेन, मंत्री रामकिशोर कावरे, रामपालसिंग ठाकुर, विधायक प्रदीप (गुड्डा) जायसवाल, नरेश माहेश्वरी, देवेंद्रनाथ (लल्लु)चौबे, जिप उपाध्यक्ष यशवंत गणवीर, पूर्व नगराध्यक्ष दामोदर अग्रवाल, राकांपा जिलाध्यक्ष गंगाधर परशुरामकर आदि उपस्थित थे.  चौहान  ने  लोगों को हंसाते हुए कहा कि यह राजेंद्र जैन की दादागिरी थी जिसे स्वीकार करना पड़ा. यह दादागिरी प्रेम की थी. उन्होंने कहा कि वे गोंदिया के रूप में दामाद है. गोंदिया के गुण है जो खुशबु बिखेरते हैं.

    विधायक गौरीशंकर बिसेन की भी ससुराल गोंदिया की है. उन्होंने कहा मनोहरभाई पटेल ने प्रेम के साथ शिक्षा का काम आगे बढ़ाया है. प्रेम व आत्मियता के साथ आपने बुलाया हम चले आए. चौहान  व अतिथियों के हस्ते स्व. मनोहरभाई पटेल के तैलचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन किया गया. इसी तरह शुद्ध सागर महाराज की किताब का विमोचन किया गया.

    प्रस्तावना में पूर्व विधायक राजेंद्र जैन ने बताया कि स्व. मनोहरभाई पटेल ने गोंदिया शिक्षण संस्था की शुरुआत की थी. इसे सांसद प्रफुल पटेल व वर्षा पटेल संचालित कर रहे हैं. इस संस्था के माध्यम से संचालित संस्थाओं में 1 लाख 25 हजार विद्यार्थी व 3021 का स्टॉफ विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए समर्पण की भावना से संचालन हो रहा है.  राजेंद्र जैन व अंकित जैन द्वारा चव्हान का सत्कार किया गया. संचालन मुंदड़ा ने व आभार गंगाधर परशुरामकर ने माना.