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    गोंदिया. विद्युत विभाग के ठेका कर्मी, अभियंता व अधिकारी शासन व प्रशासन की नीति के खिलाफ 28 व 29 मार्च को देशव्यापी हड़ताल करेंगे. विद्युत विभाग संघर्ष समिति ने 9 मार्च को   आजाद मैदान पर आंदोलन किया था. जिस पर शासन को मांगों को लेकर झुकना पड़ा. उक्त आंदोलन में राज्य के उर्जा राज्य मंत्री प्राजक्त तनकुरे ने राज्य के विद्युत विभाग का निजीकरण नहीं होगा ऐसा आश्वासन दिया था  लेकिन अन्य विषयों के संदर्भ में प्रशासकीय स्तर पर कोई भी चर्चा तथा बैठक का आयोजन नहीं किया गया.

    जिससे निजीकरण के खिलाफ विद्युत विभाग के ठेका कर्मियों द्वारा 28 व 29 मार्च को आंदोलन करने का निर्णय लिया गया. 16 मार्च को संघर्ष समिति द्वारा सभी प्रमुख पदाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें शासन द्वारा जब तक विद्युत कर्मियों की समस्याओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा नहीं होती तब तक आंदोलन पीछे नहीं लेने का निश्चित किया गया है.

    उक्त दो दिवसीय काम बंद आंदोलन को सफल बनाने के लिए सभी पदाधिकारियों को अपने अपने क्षेत्र में 25 मार्च तक बैठक लेने का निवेदन महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिक वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव कृष्णा भोयर, संजय ठाकुर, आर.टी.देवकान, सैय्यद जहीरूद्दीन, राजन भानुशाली, दत्तात्रय गुटे, पी.उके, सुयोग झुठे, संजय खाडे, नचिकेत मोरे, एम.शरीक मसलत, राकेश जाधव, नवनाथ पवार, शिवाजी वायफडकर आदि ने किया है.