In Maharashtra, 65 people died in just 9 months in wild animal attacks, 23 tigers died in 6 months, the state government said
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    मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) से जंगली जानवरों (Wild Animals) के हमलों (Attack) में इस साल महज़ 9 महीनों के भीतर करीब 65 लोगों की मौत (Death) हुई है। जंगली जानवरों के अटैक में मरने वालों के ये चौंकाने वाले आंकड़े महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सामने आए हैं। महाराष्ट्र के शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने लिखित जवाब में बताया है कि, 1 जनवरी से 30 सितंबर के बीच जंगली जानवरों के हमलों में 65 लोगों की मौत हुई है। 

    एएनआई के अनुसार, सीएम उद्धव ठाकरे ने विधानसभा को दिए लिखित जवाब में जंगली जानवरों के हमले में मारे गए लोगों को लेकर बताया कि, 1 जनवरी 2021 से 30 सितंबर 2021 के बीच महाराष्ट्र में जंगली जानवरों के हमले में 65 लोगों की मौत हुई है। हमलों में मृतक व्यक्ति के परिवार के सदस्यों को सरकार की ओर से 15 लाख की आर्थिक मदद दी जा रही है।  

    एक रिपोर्ट के अनुसार, देश के कई हिस्सों में इंसान और जानवरों के बीच संघर्ष के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र की बात करें तो मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई हिस्सों में तेंदुए के रिहायशी इलाकों में प्रवेश की अक्सर घटनाएं सामने आती रहती हैं।

    वहीं महाराष्ट्र में 6 महीने (जनवरी’21-जुलाई’21) में बिजली के झटके, शिकार और जहर से मौत के मामलों में कुल 23 बाघों की मौत दर्ज की गई है। राज्य सरकार ने एनसीटीए मानदंडों के अनुसार आवश्यक कार्रवाई की है। 

    इसके अलावा महराष्ट्र में बाघों के इंसानों पर हमले की घटाएं भी इस साल सामने आई हैं। एक ताज़ा मामला नवंबर में भी सामने आया था। जब महाराष्ट्र (Maharashtra) के चंद्रपुर (Chandrapur) जिले के ताडोबा अंधारी बाघ अभयारण्य (टीएटीआर) (Tadoba Tiger Sanctuary) में एक बाघिन (Tigress) ने महिला वन रक्षक (Woman Forest Official) को मार डाला था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, वह वहां बाघों की संख्या निर्धारित करने के लिए तीन अन्य कर्मियों के साथ एक सर्वेक्षण कर रही थी। मृतक वन रक्षक स्वाति दुमाने टीएटीआर के मुख्य क्षेत्र में कोलारा वन रेंज में पदस्थ थी।

    एक रिपोर्ट में इस खबर को लेकर टीएटीआर के मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) डॉ जितेंद्र रामगांवकर के हवाले से बताया गया था कि, दुमाने ने तीन सहायकों के साथ अखिल भारतीय बाघ अनुमान (एआईटीई)-2022 के तहत सर्वेक्षण शुरू किया था। टीएटीआर के मुख्य क्षेत्र के अंतर्गत कोलारा गेट से कंपार्टमेंट नंबर 97 तक लगभग चार किलोमीटर चलने के बाद, टीम ने एक बाघिन को सड़क पर आगे बैठे देखा, जो उनसे लगभग 200 मीटर की दूरी पर थी। टीम ने लगभग आधे घंटे तक इंतजार किया और जंगल के एक घने हिस्से के माध्यम से चक्कर लगाने की कोशिश की। बाघिन ने हरकत का एहसास होने के बाद उनका पीछा किया और दुमाने पर हमला कर दिया था।