भुसावल : शहर में बिजली मीटरों (Electricity Meters) की गलत रीडिंग, बिलों के वितरण में देरी, अवधि खत्म होने के बाद ग्राहकों (Customer) को बिजली बिलों का वितरण करने की शिकायत कई उपभोक्ताओं ने की है, ऐसे में एक ग्राहक को एक लाख, 87 हजार, 750 रुपए का बिजली बिल आया है। नागरिकों की मांग है कि गलत मीटर रीडिंग (Meter Reading) देने वाली एजेंसियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए, क्योंकि ग्राहकों को गलत रीडिंग देने का सिलसिला काफी पहले से जारी है।
गलत बिलों से ग्राहक परेशान हैं। शहर के जलगांव रोड क्षेत्र में एक बिजली मीटर (ग्राहक संख्या : 117755006852) की वर्तमान रीडिंग 6285 है, लेकिन दिसंबर महीने के बिल में वर्तमान रीडिंग 6617 है। यानी करीब 332 अतिरिक्त रीडिंग दी गई। जामनेर रोड क्षेत्र में भी (ग्राहक संख्या : 117754089703) 4498 की जगह 5124 रीडिंग है, 627 अतिरिक्त रीडिंग दी गई। साने गुरुजी नगर (ग्राहक संख्या : 117750235683) में 2267 रीडिंग के मुकाबले 2591 रीडिंग दी गई है।
कुछ ग्राहकों को बिना रीडिंग लिए ही बिल दे दिए जाने की जानकारी मिली है। डॉ. खड़का रोड खंड में एक ग्राहक (ग्राहक संख्या : 117750287306) को 10579 रीडिंग के लिए एक लाख, 87 हजार, 750 रुपए का बिजली का बिल भुगतान करने के लिए आया है। एक अन्य ग्राहक (ग्राहक संख्या : 117750231386) को 4823 रीडिंग के लिए 84 हजार, 520 रुपए का बिजली बिल आया है। इन सभी ग्राहकों को बिजली भुगतान देखकर उनके पैरों तले की जमीन ही खिसक गई हैं।
भुसावल में रीडिंग में कोई सुधार नहीं
सटीक बिलिंग के लिए शत-प्रतिशत रीडिंग का महावितरण ने लक्ष्य बनाया है। पिछले दो महीनों में बिलिंग और रीडिंग में सुधार हुआ है। महावितरण के कार्यपालक अभियंता का कहना है कि शिकायतों की संख्या कम हो गई है, लेकिन भुसावल में रीडिंग में कोई सुधार नहीं हो रहा है। महावितरण की जिम्मेदारी है कि वह उपभोक्ताओं की ओर से उपयोग किए जाने वाले बिजली का सही बिल दे। दोषपूर्ण और गलत रीडिंग के कारण ग्राहक नाराज हो गए हैं। प्रो. धीरज पाटिल ने मत व्यक्त किया है कि महावितरण का दावा विफल हो गया है।