मुंबई: भारत में कोरोना (Coronavirus Pandemic) की रफ्तार भले ही धीमी पड़ गई है। लेकिन कोविड (COVID-19) का खतरा अभी टला नहीं है। इन सब के बीच देश में डेल्टा-4 वेरिएंट के सामने आने से तीसरी लहर का खतरा बढ़ गया है। महाराष्ट्र में भी इस वेरिएंट ने टेंशन बढ़ा दी है। राज्य सरकार से जुड़े वैज्ञानिकों की मानें तो भारत के कई इलाकों सहित महाराष्ट्र में डेल्टा-4 (Maharashtra Delta-4 Variant) वेरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है।
ज्ञात हो कि वैज्ञानिकों ने डेल्टा-4 वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार इसे लेकर केंद्र को एक रिपोर्ट भी वैज्ञानिकों ने 13 सितंबर को सौंपी हुई है। इस रिपोर्ट की मानें तो कोरोना की दूसरी लहर के बाद भारत में डेल्टा वेरिएंट में म्यूटेशन लगातार देखने को मिल रहा है। राजधानी दिल्ली के IGIB के अनुसार महाराष्ट्र में पिछले महीने 44 फीसदी मरीज डेल्टा -4 वेरिएंट के पाए गए हैं। जबकि केरल में यही संख्या 30 फीसदी है।
उल्लेखनीय है कि वैज्ञानिकों द्वारा केंद्र को सौंपी गई रिपोर्ट में अकेले भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका, यूरोप सहित अन्य देशों में म्यूटेशन की बात का जिक्र किया गया है। कहा जा रहा है कि इसके वायरस में और भी बदलाव हो सकते हैं। जानकारी के अनुसार देश में डेल्टा वेरिएंट ने 25 बार अपना रूप अबतक बदला हुआ है। यह मरीज अलग-अलग लोगों में पाया गया है।
गौर हो कि देश में 90 हजार 115 सैंपल के जिनोम पुरे हुए हैं। जिसमें 62 प्रतिशत से अधिक सैंपल के भीतर वायरस के गंभीर वेरिएंट पाए गए हैं। जिसमें डेल्टा, अल्फा, गामा, बीटा, कप्पा सहित कई वेरिएंट का समावेश है। चिंता की वजह इसलिए है कि इससे दूसरी बार भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
भारत में लगातार डेल्टा या उससे संबंधित म्यूटेशन सामने आ रहे हैं। ऐसे में आने वाले में हालात गंभीर हो सकते हैं। देश में फिलहाल डेल्टा-4 के सबसे अधिक सैंपल पाए गए हैं। इसके जो 25 म्यूटेशन मिले हैं उनमें डेल्टा-4 का संक्रमण तेजी से दिखाई दिया है। यह म्यूटेशन कोरोना का शुरू से तांडव झेल रहे महाराष्ट्र और केरल में तेजी से फैल रहा है।