Hunger strike of Dhangar community ends

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अहमदनगर: महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चौंडी में पिछले 21 दिनों से चल रही धनगर समुदाय की भूख हड़ताल (Hunger strike of Dhangar Community) मंगलवार को आखिरकार खत्म हो गई है। अनशनकारी सुरेश बंदगर (Suresh Bandgar) और अन्नासाहेब रूपनवार (Annasaheb Roopnawar) ने अपनी हड़ताल पीछे ले ली है। उनकी मांग है कि धनगर समुदाय को एसटी वर्ग से आरक्षण दिया जाए। इसी मांग को लेकर बंदगर और रूपनवार पिछले 21 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे थे। बीते 21 दिनों से सरकार की ओर से कई बार बातचीत की कोशिश की गई, लेकिन इन चर्चाओं से कोई समाधान नहीं निकला था। इस दौरान अनशनकारियों की तबीयत भी बिगड़ गई थी। लेकिन उन्होंने इलाज कराने से भी इनकार कर दिया था। वहीं, आज आखिरकार इस मामले में मंत्री गिरीश महाजन ने दूसरी बार चौंडी जाकर रास्ता निकालने की कोशिश की और वे इस प्रयास सफल रहे। 

भूख हड़ताल ली वापस 

महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन आज दिन में धरना स्थल पर जाकर अनशनकारियों से मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अनशनकारियों फ़ोन पर बातचीत कराई। इस दौरान सीएम ने फ़ोन पर उन्हें समझाने की कोशिश की। वहीं, आंदोलनकारियों ने उन्हें लिखित आश्वासन मांगा है। जिस पर शिंदे सरकार ने हामी भरी। अब बताया जा रहा है कि आश्वासन के बाद अनशनकारियों ने अपनी भूख हड़ताल वापस ले ली है। 

समस्याओं को हल करने के लिए सरकार गंभीर

धनगर समाज के आंदोलन पीछे लेने के बाद गिरीश महाजन ने कहा, “21 सितंबर को सह्याद्री गेस्ट हाउस में धनगर समुदाय के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच एक बैठक हुई थी। राज्य सरकार ने सर्वसम्मति से उनका समर्थन किया। आपकी मांग सही है। राज्य सरकार का समर्थन जरूर है। कुछ तकनीकी दिक्कतें हैं। कुछ चीजें न्यायसंगत हैं। सरकार उन समस्याओं को हल करने के लिए गंभीर और दृढ़ है।”

दर्ज किए गए मामले वापस लिए जाएं

गिरीश महाजन ने आगे बताया, ”प्रदर्शनकारियों की मांग है कि इस विरोध प्रदर्शन के दौरान दर्ज किए गए मामले वापस लिए जाएं। उनकी मांग मान ली गई है। यह भी कहा गया कि आवश्यकताएं पूरी होने पर धनगर समुदाय के आरक्षण के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाएगी। सरकार अपनी कार्रवाई पूरी कर रही है।

’50 दिन में करेंगे कार्रवाई’

”भूख हड़ताल करने वालों की मांग है कि ये सारी कार्रवाई 50 दिनों के भीतर पूरी की जानी चाहिए।वह भी मांग मान ली गई है। धनगर समाज में क्रियान्वित योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी ढंग से किया गया है।’