Sharad Pawar, Ajit Pawar and Supriya Sule

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मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में फुट पड़ गई है, लेकिन शरद पवार (Sharad Pawar) और उनकी बेटी सुप्रिया सुले (Supriya Sule) अभी भी इस बात को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। इस बीच शुक्रवार को सुले ने फिर दोहराया कि एनसीपी में कोई फूट नहीं है। उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार हैं।

सुप्रिया सुले ने सफाई देते हुए कहा, “मैं फिर दोहराती हूं कि एनसीपी में कोई फूट नहीं है। पार्टी की स्थापना के बाद से हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार हैं और हमारे वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल हैं। हमारे 9 विधायकों और 2 सांसदों ने अलग रास्ता अपनाया है जिसके लिए हमने पहले ही लोकसभा अध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्ष को अयोग्यता के लिए नोटिस दे दिया है, जवाब का इंतजार है।”

सुले ने कहा कि पार्टी संस्थापक शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट द्वारा पदाधिकारियों से हलफनामा लेना पार्टी के भीतर एक सतत प्रक्रिया है। सुप्रिया सुले ने यह भी कहा कि वह किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि नीतियों और उनके रुख के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि हम राज्य और केंद्र में भी विपक्ष में हैं।

वहीं, शरद पवार ने पहले तो कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में कोई फूट नहीं है और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार पार्टी के नेता हैं और इसके कुछ ही घंटों बाद शुक्रवार को यह भी कह दिया कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। यह सारी मीडिया की गलती है।

कोल्हापुर में एक रैली को संबोधित करने के लिए वहां रवाना होने से पहले पुणे जिले में अपने गृहनगर बारामती में सुबह-सुबह पत्रकारों से बातचीत में शरद पवार ने कहा था कि कुछ नेताओं ने “अलग राजनीतिक रुख” अपनाकर राकांपा छोड़ दिया है, लेकिन इसे पार्टी में फूट नहीं कहा जा सकता।

शरद पवार ने सुप्रिया सुले के ‘अजित पवार हमारे नेता हैं’ वाले बयान पर कहा, “मैं यह नहीं कह रहा हूं कि अजित पवार हमारे नेता हैं। सुप्रिया सुले ने कहा था वे भाई-बहन की तरह हैं और इसके पीछे कोई राजनीतिक मतलब तलाशने की जरूरत नहीं है। मैंने यह नहीं कहा कि अजित पवार हमारे नेता हैं। यह आपकी (मीडिया की) गलती है। ये बात सुप्रिया ने कही थी और ये बात अखबारों में भी छपी थी। उन्होंने जिस तरह का रुख अपनाया है, उसे देखते हुए वह हमारे नेता नहीं हैं।”

यह पूछने पर कि क्या वह सुले के विचारों से सहमति रखते हैं, शरद पवार ने कहा, “मैं? आप गलत हैं। जिन्होंने अलग रुख अपना लिया है वे हमारे नेता नहीं हो सकते हैं।”

महाराष्ट्र विधानसभा 2019 के बाद देवेन्द्र फडणवीस के साथ सुबह-सुबह अजित पवार के शपथ ग्रहण को याद करते हुए पवार ने महा विकास आघाड़ी (एमवीए, शिवसेना, कांग्रेस राकांपा गठबंधन) सरकार में अजित पवार के उपमुख्यमंत्री बनने का हवाला दिया और कहा, “किसी को भूल सुधार का अवसर एक बार दिया जाता है। अवसर फिर से नहीं दिया जा सकता है और किसी को मांगना भी नहीं चाहिए।”

बता दें कि 2019 में फडणवीस सरकार के साथ शपथ लेने के बाद अजित पवार वापस राकांपा में लौट गए थे।

इससे पहले “NCP में कोई फूट नहीं होने और अजित पवार के पार्टी के नेता होने” संबंधी सुले के बयान के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा, “हां, इसमें कोई संशय नहीं है।” उन्होंने कहा, “कोई कैसे कह सकता है कि राकांपा में फूट है? इसमें कोई संशय नहीं है कि अजित पवार हमारी पार्टी के नेता हैं।”

उन्होंने कहा, “किसी राजनीतिक दल में फूट का मतलब क्या है? फूट तब होती है जब किसी पार्टी का एक बड़ा समूह राष्ट्रीय स्तर पर अलग हो जाता है, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ है। कुछ लोगों ने पार्टी छोड़ दी, कुछ ने अलग रुख अपना लिया… लोकतंत्र में निर्णय लेना उनका अधिकार है।”

गौरतलब है कि अजित पवार और आठ अन्य NCP विधायक 2 जुलाई को राज्य में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में शामिल हो गए, जिससे पार्टी में विभाजन हो गया। (एजेंसी इनपुट के साथ)