Sanjay raut
संजय राउत (Photo Credits-ANI Twitter)

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    मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena Leader Sanjay Raut) ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) के रिश्तेदार के विरुद्ध ईडी (ED) की कार्रवाई राजनीतिक विद्वेष की भावना से की गई है और इससे देश में “तानाशाही शासन” होने का पता चलता है। राउत ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा कि न्यायतंत्र, प्रशासन और केंद्रीय जांच एजेंसियां इस तरह काम कर रही हैं जैसे कि वह “तानाशाही की गुलाम” हों।

    उन्होंने कहा कि देश में इस वक्त जो माहौल है उसमें अदालतों से न्याय मिलने की उम्मीद नहीं की जा सकती। राउत का बयान ऐसे समय आया है जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा है कि ठाकरे के रिश्तेदार श्रीधर माधव पाटणकर की एक कंपनी की 6.45 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया गया है। राउत ने कहा कि अगर भाजपा नीत केंद्र सरकार इस प्रकार के कदम उठाना चाहती है तो शिवसेना के नेता जेल जाने के लिए तैयार हैं। 

    उन्होंने कहा की भारतीय जनता पार्टी अगर यह सोचती है कि वह महा विकास आघाडी सरकार के मुख्य स्तंभ (शिवसेना) पर दबाव बनाकर उसे गिरा सकती है, तो उसे नींद से जागना चाहिए। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि इस कार्रवाई के पीछे राजनीतिक कारण हैं। पवार ने कहा, “इन संसाधनों (केंद्रीय एजेंसियों) का दुरुपयोग आज राष्ट्र के सामने एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। यह कार्रवाई राजनीतिक कारणों से कुछ लोगों को परेशान करने के लिए की गई है।” 

    वहीं, भाजपा ने ईडी की कार्रवाई को सही ठहराया है। भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने कहा कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लड़ाई का एक हिस्सा है।