MTHL

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    मुंबई: मुंबई (Mumbai) से नवी मुंबई ( Navi Mumbai) को समुद्री मार्ग से जोड़ने वाले देश के सबसे लंबे मुंबई ट्रांस हार्बर-सी ब्रिज (Mumbai Trans Harbor-Sea Bridge) का काम तेजी से चल रहा है। एमएमआरडीए की बहुउद्देशीय एमटीएचएल परियोजना (MTHL Project) का लगभग 89 से 90 प्रतिशत काम पूरा होने का दावा किया गया है। उल्लेखनीय है कि राज्य में सरकार बदलने के बाद एमटीएचएल सहित कई इंफ़्रा प्रोजेक्ट (Infra Project) के काम में तेजी देखने को मिल रही है।

    एमटीएचएल पर कैरिज वे के बाहरी तरफ वाहन क्रैश बैरियर लगाने का काम शुरू कर दिया है। इन हाइब्रिड क्रैश बैरियर की कुल ऊंचाई 1550 मिमी है। कंक्रीट  सेक्शन की 900 मिमी  और कंक्रीट सेक्शन के ऊपर मेटल रेल के साथ कंक्रीट-मेटल रेलिंग का संयोजन 650 मिमी है।

     5 फीट कंक्रीट दीवार

    एमटीएचएल ब्रिज के दोनों किनारे पर लगने वाली हाइब्रिड डिज़ाइन की स्टील रेलिंग दक्षिण कोरिया से मंगाई गई है। अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता वाली यह रेलिंग पूरी 22 किमी लंबाई पर  दोनों तरफ कंक्रीट दीवार पर लगेगी, ताकि वाहन चलाते समय  समुद्र का मनोरम दृश्य और फ्लेमिंगो को देखा जा सके।

    एक माह में 12 प्रतिशत प्रगति

    एमएमआरडीए के आयुक्त एसवीआर श्रीनिवास के अनुसार, पिछले एक माह में एमटीएचएल के कास्टिंग की कुल लम्बाई का 12 प्रतिशत कार्य पूरा किया गया है। आयुक्त ने कहा कि सुरक्षा रेलिंग की नई डिजाइन का सफल प्रयोग यूके और दक्षिण कोरिया में किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय मानक ईएन 1317 का अनुपालन करने वाले गैल्वेनाइज्ड स्टील मेटल रेलिंग एमटीएचएल पर लगाए जा रहे हैं।

    स्टील डेक सुपरस्ट्रक्चर

    एमएमआरडीए आयुक्त एसवीआर श्रीनिवास के अनुसार, देश में पहली बार ओएसडी तकनीक से सी ब्रिज का निर्माण हो रहा  है। यह एक स्टील डेक सुपरस्ट्रक्चर है, जो कंक्रीट सुपरस्ट्रक्चर की तुलना में ब्रिज पर अधिक भार वहन कर सकता है। ये जापान, दक्षिण कोरिया, वियतनाम,ताइवान और म्यांमार में तैयार किए गए हैं। मुंबई और नवी मुंबई दोनों तरफ से ब्रिज का काम चल रहा है। एमटीएचल परियोजना को 2024 की बजाय 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है। काम अप्रैल 2018 में शुरू किया गया था। लगभग 18 हजार करोड़ की लागत से मुंबई के शिवडी और न्हावा शेवा को जोड़ने वाला लगभग 22 किमी लंबा 6 लेन का सी ब्रिज होगा।