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    मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) की शिंदे-फडणवीस सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए त्योहारों पर लगी सभी तरह की पाबंदी (Restrictions) खत्म कर दी है। गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने इस फैसले की घोषणा की। कोरोना के चलते पिछले 2 साल से महाराष्ट्र में बड़े त्योहार सादगी से मनाए गए थे, लेकिन इस बार दही हंडी और गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) पारंपरिक उत्साह और हर्ष के वातावरण में मनाया जाएगा। 

    नई सरकार ने गणेश मंडलों को पंजीकरण शुल्क में छूट देने का भी फैसला किया है। गणेशोत्सव और दही हंडी उत्सव के संबंध में गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुलिस बल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की।  इस बैठक के बाद शिंदे-फडणवीस ने त्योहारों के संदर्भ में लिए गए निर्णय की जानकारी मीडिया को दी।

    गणपति मूर्ति की ऊंचाई की सीमा हटाई गई

    कोरोना प्रतिबंधों को देखते हुए गणपति की मूर्तियों की ऊंचाई की सीमा निर्धारित की गई थी, लेकिन अब राज्य सरकार ने गणपति मूर्ति की ऊंचाई पर लगाई गई सीमा हटा दी है। ऐसे में इस बार के गणपति पंडालों में भगवान गणेश की विशाल मूर्तियां देखने को मिलेंगी।

    अनुमति के लिए सिंगल विंडो योजना

    सीएम एकनाथ शिंदे ने सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों की सुविधाओं को ध्यान में रख कर सभी सरकारी अनुमति के लिए सिंगल विंडो और ऑनलाइन अनुमति का प्रावधान किया है। अब गणेशोत्सव मंडलों को आवश्यक अनुमति के लिए विभिन्न सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। 

    सीएम एकनाथ शिंदे की अपील

    सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस वर्ष दही हंडी, गणेशोत्सव और मोहर्रम जैसे सभी त्योहारों को नियमों के साथ उत्साह के साथ मनाने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि हम सामाजिक जागरूकता और एकता के लिए त्योहार मनाते हैं, लेकिन त्योहार मनाते समय कानून-व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए। इसके लिए पुलिस और जिला प्रशासन को निर्देश दे दिए गए हैं। शिंदे ने लोगों से  कहा  है कि त्योहारों को मनाते समय नियम न तोड़ें और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें।