मुंबई : बीजेपी सांसद (BJP MP) मनोज कोटक (Manoj Kotak) ने भारत में टीकाकरण (Vaccination) ने 100 करोड़ का आंकड़ा पार करने पर मनोज ने अपने ट्विटर हैंडल (Twitter Handle) के जरिए अपनी खुशी जाहिर की है। ट्वीट (Tweet) करते हुए उन्होंने लिखा है कि, भारत ने फाइजर के बिना ही टीकाकरण के 100 करोड़ के आंकड़े को सफलता पूर्वक पार किया है। वहीं भारत को ये आकड़ा पार करने में करीब 276 दिन लगे है।
वहीं भारत ने इस ऐतिहासिक कदम में, एक अरब COVID वैक्सीन खुराक दर्ज करने के लिए अन्य देशों को पीछे छोड़ दिया है। भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘जुलाई आई लेकिन वैक्सीन नहीं आई’ पर कटाक्ष किया। बीजेपी संसद मनोज कोटक ने अपने ट्वीटर हैंडल के जरिए जहां वैक्सीन के सौ करोड़ के आंकड़ा पार करने पर अपनी खुशी जाहिर कि है, वहीं कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया है कि ‘भारत ने फाइजर के बिना 100 करोड़ का सफल टीकाकरण पूरा किया। राहुल गांधी और उनकी टीम के साथ मेरी संवेदनाएं’।
मनोज कोटक का ट्वीट
India completed 100 Crore successful vaccinations without Pfizer.
My condolences with Rahul Gandhi and team.
— Manoj Kotak (@manoj_kotak) October 22, 2021
100 करोड़ के खुराक की उपलब्धि
गौरतलब है कि बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए ट्वीट करके लिखा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के लोगों पर टीका लगाने के प्रयासों की क्षमता पर सवाल उठाते हुए निशाना साधा था। जिसके जवाब में भाजपा ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए कांग्रेस नेता के पिछले ट्वीट को रीट्वीट करते हुए वैक्सीन की 100 करोड़ खुराक की उपलब्धि की बात कही। ट्वीट में, भाजपा ने इस तथ्य को भी प्रमाणित किया कि कैसे करोड़ों नागरिकों को एक बड़ी सफलता में सफलतापूर्वक टीका लगाया गया था। उन्होंने यह भी दोहराया कि यह इस साल पीएम मोदी की सरकार के प्रमुख लक्ष्यों में से एक था।
बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए किया ट्वीट
100 करोड़ वैक्सीन आयीं भी, और करोड़ों देशवासियों ने लगवाईं भी। #VaccineCentury https://t.co/tkfWM0EKUQ
— BJP (@BJP4India) October 21, 2021
सफलतापूर्वक पूरा करने की क्षमता का अभाव है
बीते 2 जुलाई को राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि “जुलाई आ गया है, वैक्सीन नहीं आयीं”। कांग्रेस ने टीकाकरण अभियान में अपनी चिंता और कथित विसंगतियों को प्रकट किया था क्योंकि उनका मानना था कि सरकार में अपने लोगों और उनकी स्वास्थ्य जरूरतों को सफलतापूर्वक पूरा करने की क्षमता का अभाव है।