
मुंबई: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने जालसाजी के मामले में छह अधीक्षकों और दो निजी व्यक्तियों को गिरफ्तार (Arrested) किया है। उन पर जवाहरलाल नेहरू सीमा शुल्क हाउस (Jawaharlal Nehru Custom House) में अपनी पोस्टिंग के दौरान निजी व्यक्तियों के साथ मिल कर साजिश रचने का आरोप है। आरोपियों ने सीमा शुल्क अधिनियम के तहत ‘निवास स्थानांतरण’ के प्रावधान का दुरुपयोग किया।
सीबीआई ने छह मामलों में मुंबई, दिल्ली, गाजियाबाद, जयपुर, मोतिहारी, कुरुक्षेत्र और रोहतक स्थित आरोपियों और उनके सहयोगियों के 19 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान सीबीआई ने कई आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद किए। आरोपियों ने सिंडिकेट बनाकर दो साल से अधिक समय तक खाड़ी देशों में रह रहे लोगों के पासपोर्ट का उपयोग घरेलू, इलेक्ट्रॉनिक और अन्य वस्तुओं का अवैध रूप से आयात करने के लिए किया।
2 करोड़ 38 लाख रुपए रिश्वत लेने का आरोप
आरोपियों ने सीमा शुल्क अधिनियम के तहत विदेश में रह रहे लोगों के पासपोर्ट पर अवैध रूप से माल के आयात की अनुमति देकर लगभग 2.38 करोड़ रुपए की रिश्वत ली थी। सीबीआई ने सीमा शुल्क अधिनियम के तहत ‘निवास स्थानांतरण’ के प्रावधान का दुरुपयोग किया और माल आयात करने की साजिश में शामिल थे।
छह अलग-अलग मामले दर्ज
इस मामले में कस्टम के छह अधीक्षकों और दो सीमा शुल्क हाउस एजेंटों के खिलाफ छह अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। छह अधीक्षकों और दो निजी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। अधीक्षकों की पहचान कुमार आलोक, केशव पांधी, हेमंत गेथे, बृजेश कुमार और दिनेश कुमार के रूप में हुई है। इसमें दो एजेंटों दीपक पारेख और आशीष कामदार का नाम शामिल है।