Mumbai Metro-3

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मुंबई: मुंबई की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो (Mumbai First Underground Metro) का काम तेज गति से चल रहा है। पहले चरण में सरिपुत नगर से बीकेसी (BKC) के बीच दिसंबर 2023 तक भूमिगत मेट्रो दौड़ाने का लक्ष्य एमएमआरसीएल (MMRCL) ने बनाया है। उल्लेखनीय है कि कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज (Colaba-Bandra-Seepz) तक लगभग 33.50 किमी लंबी मुंबई की पहली अंडर ग्राउंड मेट्रो-3 की टनलिंग का काम शत-प्रतिशत होने के बाद सुरंग के अंदर ट्रैक बिछाने और स्टेशन बनाने का काम तेजी से चल रहा है।

बताया गया कि मेट्रो-3 का पहला चरण शुरू करने के लिए नौ रेक की आवश्यकता होगी। इसके पहले दो रेक मिल चुके हैं, जिनकी टेस्टिंग सरिपुट नगर से मरोल नाका तक हो रही हैं। इसी महीने में दो और रेक आने वाले हैं। मार्च में दो और रेक आने के बाद चरण-1 के तहत पूरा करने के लिए आवश्यक शेष रेक शेड्यूल के अनुसार आएंगे। वैसे एमएमआरसीएल को मेट्रो-3 के 33 किलोमीटर के रूट पर ऑपरेट करने के लिए कुल 31 रेक की जरूरत होगी।

84 प्रतिशत काम हुआ पूरा

एमएमआरसीएल के अधिकारियों के अनुसार पहले चरण का बीकेसी तक लगभग 84 प्रतिशत काम हो गया है। बताया गया कि आरे से लेकर बीकेसी तक ट्रैक बिछाने का लगभग 68 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। इसके साथ दूसरे फेज में बीकेसी से लेकर कफ परेड तक मेट्रो रेल लाइन बिछाने का काम लगभग 45  प्रतिशत हो गया है। सिविल वर्क कंप्लीट होने के साथ कई भूमिगत स्टेशनों का काम चल रहा है।

कारशेड का कार्य फुल स्पीड में

आरे में बहुचर्चित मेट्रो कारशेड बनाने का काम भी चल रहा है। एमएमआरसीएल की एमडी अश्विनी भिड़े के अनुसार, मेट्रो कारशेड बनाने का काम 55 प्रतिशत से ज्यादा पूरा हो गया है।  एमडी अश्विनी भिड़े लगातार कार्यस्थल का दौरा कर नियमित रूप से काम की समीक्षा कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि आरे में कारशेड के लिए पेड़ों को काटने का मुद्दा अभी भी कोर्ट में चल रहा है, परंतु इसका असर काम पर नहीं पड़ा है।

चुनाव के पहले तीसरी मेट्रो

सरकार भी चाहती है,कि 2024 लोकसभा चुनाव के पहले मुंबईकर पहली अंडरग्राउंड मेट्रो के सफर का आनंद ले सकें। मुंबई में मेट्रो 2 ए और 7 का दोनों चरण शुरू होने के बाद अब तीसरी मेट्रो को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। राज्य में सरकार बदलने के बाद मुंबई के साथ एमएमआर में भी मेट्रो के काम को गति मिली है।

पहली भूमिगत मेट्रो के बारे में

  • कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज तक लगभग 33.50 किमी लंबी मुंबई की पहली अंडर ग्राउंड मेट्रो होगी।
  • इस मेट्रो मार्ग पर कुल 27 स्टेशन हैं, इनमें 26 स्टेशन अंडर ग्राउंड और एक जमीन के ऊपर।
  • इस मेट्रो परियोजना की लागत लगभग 35 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच जाने का अनुमान है।
  • यह मेट्रो लाइन वेस्टर्न और सेंट्रल रेल लाइन से कनेक्टिविटी का काम करेगी।