
- नागपुर में आई बाढ़, भ्रस्ट प्रशासन का पाप
- गडकरी और फडणवीस पर पटोले का आरोप
सरकार के भ्रष्ट और अनियंत्रित शासन का पाप है बाढ़
नाना पटोले ने कहा कि एक दिन की बारिश ने गडकरी और फडणवीस की विकास की खोखली बातों, फर्जी दावों और भाजपा के भ्रष्ट शासन की पोल खोल दी है। बाढ़ के कारण शहर के दस हजार से ज्यादा घरों में पानी में घुस गया और जीवन आवश्यक सामग्रियां बाढ़ में भीग गई हैं। ऐसे में बाढ़ प्रभावितों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। घरों में बाढ़ का पानी घुसने से घरों में रखा अनाज, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए हैं और घरों में बड़ी मात्रा में कीचड़ जमा हो गया है। शहर की हजारों दुकानों में पानी घुसने और दुकानों का सामान भीग जाने से कारोबारी परेशानी में हैं। उन्हें भारी नुकसान हुआ है। सत्तारूढ़ दल अपनी गलतियों की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं है। नागपुर शहर में पिछले कुछ वर्षों से निर्माण हो रही बाढ़ की स्थिति महानगरपालिका और राज्य की वर्तमान भाजपा सरकार के भ्रष्ट और अनियंत्रित शासन का पाप है।
राज्य सरकार की मदद टुटपुंजिया
पटोले के अनुसार राज्य सरकार द्वारा घोषित की गई आर्थिक मदद नुकसान की तुलना में बहुत कम है। सरकार ने टुटपुंजिया मदद घोषित की है। सरकार ने निवासियों को 10,000 और दुकानदारों को 50,000 रुपए तक की सहायता देने की घोषणा की है। यह मदद बहुत कम है। वास्तविक क्षति बहुत अधिक है। इस क्षति का पंचनामा किया जाना चाहिए और जिन लोगों का जितना नुकसान हुआ है, उस हिसाब से उन्हें मुआवजा दिया जाना चाहिए।