मुंबई: महाराष्ट्र दिवस पर मुंबई (Mumbai) के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में होने वाली महाविकास आघाड़ी (Mahavikas Aghadi) की वज्र मूठ सभा को सफल बनाने की जोरदार तैयारी की गई है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को शिंदे- फडणवीस सरकार (Shinde-Fadnavis Government) के खिलाफ महाविकास आघाड़ी का शक्ति प्रदर्शन होने वाला है। मुंबई में महाविकास आघाड़ी की इस पहली सभा में भारी भीड़ जुटने की संभावना है। बताया गया कि इस सभा के लिए भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी विशेषकर शिवसेना और कांग्रेस के कंधे पर डाली गई हैं।
इस वज्र मूठ सभा के बहाने मुंबई में उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस की ताकत भी दिखाई देगी। शिवसेना में बड़े विभाजन के बाद भी मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में युबीटी की ताकत कम नहीं हुई है। वज्र मूठ सभा के बहाने उद्धव ठाकरे के पास मुंबई में अपनी ताकत दिखाने का मौका है। महाविकास अघाड़ी की अब तक हुई दोनों सभाओं में उद्धव ठाकरे ही मुख्य वक्ता थे।
ऐतिहासिक होगी वज्र मूठ सभा
मुंबई शिवसेना का गढ़ है और वज्र मूठ सभा के जरिए शिवसेना यह साबित करने की कोशिश करेगी कि शिंदे की बगावत के बाद भी पार्टी की ताकत बरकरार है। इसके चलते शाखाओं की ओर से संदेश दिया गया है कि सोमवार की बैठक में अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ता शामिल हों। युबीटी के नेता संजय राउत ने कहा कि वज्र मूठ ऐतिहासिक होगी। उधर मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप भी सभा को सफल बनाने में लगे हुए हैं। बीमसी चुनाव को देखते हुए कांग्रेस भी माहौल बनाने की कोशिश में है।
एनसीपी का अन्य जिलों पर जोर
मुंबई में कांग्रेस के मुकाबले एनसीपी की ताकत काफी कम है। इसलिए एनसीपी के नेता मुंबई के बाहर ठाणे और अन्य जिलों पर जोर लगा रहे हैं। ठाणे,रायगढ़ जिले से भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री जितेंद्र आह्वाड पर डाली गई है। मुंबई के आसपास जिलों से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता महाविकास आघाड़ी की सभा में शामिल होंगे। इसके पहले भी नागपुर की सभा को सफल बनाने की सारी जिम्मेदारी कांग्रेस को दे दी गई थी। दूसरी तरफ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने छत्रपति संभाजीनगर में बैठक के लिए जोर लगाया था। अब मुंबई में मातोश्री के पास सोमवार को शक्ति प्रदर्शन होगा।