मराठी महिला को ऑफिस की पेशकश, मनोज कोटक का महिला ने जताया आभार

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  • मनोज कोटक ने की कार्यालय की पेशकश 
  • तृप्ति ने नवभारत से साझा की जानकारी  

मुंबई: आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में एक बड़ा राजनीतिक विवाद तब शुरू हो गया, जब एक मराठी महिला (Marathi Women) को उपनगरीय मुलुंड में गुजराती बहुल सोसायटी में कार्यालय खरीदने से रोक दिया गया। जिसके बाद इस मुद्दे पर तमाम राजनीतिक पार्टी तृप्ति देवरुखकर (Tripti Deorukhkar) नामक महिला के समर्थन में उतर गई। खुद महिला ने इसकी जानकारी अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट के जरिये दी है।

मनोज कोटक ने की कार्यालय की पेशकश 

फेसबुक पर उन्होंने एक लंबा पोस्ट शायर किया है। जिसमे उन्होंने सभी पार्टी और समर्थकों को शुक्रिया भी कहा है। उसी पोस्ट में तृप्ति देवरुखकर ने जानकारी दी है की उन्हें मनोज कोटक की तरफ से ऑफिस देने की पेशकश की गई है। तृप्ति ने भी मनोज कोटक की पेशकश का स्वागत किया है। 

 

तृप्ति ने नवभारत से साझा की जानकारी  

तृप्ति ने नवभारत डिजिटल से बात करते हुए कहा कि, बीजेपी सांसद मनोज कोटक मिलने आये थे। इस दौरान आसपास के इलाके में ऑफिस दिलाने का सुझाव दिया। जिसके जवाब में तृप्ति ने कहा कि अभी व्यस्त हैं लेकिन समय मिलते ही वो उन लोकेशन पर जायेंगी और उसके बाद कोई निर्णय लेंगी।  बता दें कि फ़िलहाल तृप्ति सीएम एकनाथ शिंदे से जल्दी ही मुलाकात कर सकती हैं और उनके सामने अपनी बाते रखेंगी।  

आपको बता दें कि महिला और सोसायटी के सदस्यों के बीच मारपीट का वीडियो सामने आने पर मुलुंड पुलिस ने शिकायत दर्ज की थी। वीडियो बुधवार को सामने आया था। जिसमें तृप्ति देवरुखकर दिख रही हैं, जो शहर के उत्तर-पूर्वी उपनगरीय इलाके मुलुंड स्थित शिव सदन में एक कार्यालय के लिए जगह देखने गई थी। वीडियो क्लिप में तृप्ति फूट-फूट कर रो रही थी।  और अपना अनुभव बयां कर रही थी कि एक बुजुर्ग व्यक्ति के नेतृत्व में गुजराती समाज के कुछ सदस्यों ने यह कहते हुए उनकी बोली रोक दी थी कि नियमों के अनुसार, इस समाज में मराठी लोगों को आने की अनुमति नहीं है। 

 

तृप्ति ने जब नियम दिखाने के लिए कहा, तो उन्होंने इनकार कर दिया और उनसे झगड़ने लगे। तृप्ति जब झगड़े की रिकॉर्डिंग कर रही थी तो उनका मोबाइल छीन लिया गया और उनके साथ मारपीट की गई, झगड़े में बुजुर्ग व्यक्ति की मदद के लिए दो और लोग वहां पहुंच गए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने पर इस मसले ने सियासी रंग ले लिया।