NIA, chargesheet, disclose, terror code, ISIS Pune Module, terrorist
सांकेतिक तस्वीर

Loading

  • सल्फ्यूरिक एसिड के लिए सिरका
  • एसीटोन के लिए गुलाब जल
  • हाइड्रोजन पेरोक्साइड के लिए शरबत था कोड
  • आरोपियों ने टोह लेने के लिए गोप्रो ड्रोन का इस्तेमाल किया
  • गोपनीय फ़ाइल को भोल-मोला दिया नाम 

सुधीर शुक्ला@नवभारत 
मुंबई: एनआईए (NIA) ने पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल (ISIS Pune Module) में 4000 पेज की चार्जशीट (Chargesheet) दाखिल कर चुकी है। एनआईए की चार्जशीट से ख़ुलासा हुआ है कि आतंकी, पुलिस और सुरक्षा एजेंसी को चकमा देने के लिए किस तरह कोड (Terror Code) का इस्तेमाल करते थे। इसके साथ ही एनआईए ने बताया कि आतंकी विभिन्न स्थानों की टोह लेने के लिए गोप्रो कैमरा का इस्तेमाल कर रहे थे। इसके साथ ही पथरीली और जंगलों में आने जाने के लिए माउंटेन बाइक और ड्रोन का इस्तेमाल किया था। 

कोड का मकडजाल
आईसीस पुणे मॉड्यूल के आतंकी कोई उनका टारगेट न समझ सके इसके लिए बम बनाने के लिए इस्तेमाल में लिए गए अलग अलग केमिकल के लिए कोड का इस्तेमाल किया करते थे।  जिसका मकसद सुरक्षा कारणों से एजेंसी को धोखा देना था। एनआईए के अनुसार सल्फ्यूरिक एसिड के लिए सिरका, एसीटोन के लिए गुलाब जल और हाइड्रोजन पेरोक्साइड के लिए शरबत जैसे कोड शब्दों का इस्तेमाल आतंकियों द्वारा किया गया था। 

रेकी के लिए ख़रीदी थी बुलेट
एजेंसी ने आरोप पत्र में बताया है कि वांछित आरोपी रिजवान अली ने 13 मई 2022 को विक्रोली से 95 हजार  रुपये में एक रॉयल एनफील्ड हिमालयन बाइक खरीदी थी। इसका इस्तेमाल कथित तौर पर एक अन्य बाइक के साथ महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और केरल में रेकी के लिए किया गया था। 

आतंक के दुसरे साधन
एजेंसी ने यह भी कहा कि उसने आरोपियों से जब्त किए गए फोन, लैपटॉप और ड्रोन सहित इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का विश्लेषण किया है। जिससे पता चला कि महत्वपूर्ण स्थानों की रेकी की गई थी। उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से संभावित लक्ष्यों की तलाश में विभिन्न स्थानों की यात्रा की थी। एनआईए ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपी विदेशी आकाओं के संपर्क में थे, जिन्हें उनकी योजनाओं की प्रगति के बारे में लगातार अपडेट किया गया था। 

5 की अभी भी है तलाश 
एनआईए ने पांच लोगों को वांछित आरोपी के रूप में नामित किया है। जिनमें आलम, रिजवान अली, अब्दुल्ला शेख, तल्हा खान और कथित तौर पर एक विदेशी हैंडलर मोहम्मद उर्फ भाई शामिल हैं। चार्जशीट के अनुसार विदेशी हैण्डलर मोहम्मद के साथ इन पांचो वांछित आरोपियों के संवाद और गिरफ्तार आरोपियों से इनके गहरे संबंध थे। 

भोला मोला का क्या है राज़ 
एनआईए के अनुसार दो गिरफ्तार आरोपियों ने पुणे, कोल्हापुर और सतारा के जंगल में शिविर लगाने के लिए टेंट और अन्य सामग्री खरीदी थी। जहां पर उन लोगों ने अपनी पवित्र भूमि का जिक्र किया था। इस जंगल यात्रा के दौरान हुए अपने अनुभवों और प्रयोगों के बारे में अपने विदेशी स्थित हैंडलर को बताया गया था। जिसे एजेंसी ने जब्त की थी। इस फाइल की गोपनीयता बनाये रखने के लिए आरोपियों ने “भोला मोला” नाम दिया था। जिसमे पूरे जंगल प्रवास के अनुभव का एक संस्मरण था।