मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विशेष अदालत में दिए अपने जवाब में एमपी संजय राउत की जमानत का विरोध किया है। राउत ने अपनी जमानत याचिका (Bail Application) में कहा था कि सत्ता पक्ष के सामने आ रहे विपक्ष को जबरन कुचलने के लिए उन्हें प्रताड़ित किया गया है।
संजय राउत ने हाल में ही विशेष अदालत में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जमानत याचिका दाखिल किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ मामला सत्ता के दुरुपयोग और राजनीतिक प्रतिशोध से दर्ज कर कार्रवाई की गई है। अदालत ने ईडी से इस मामले में जवाब मांगा था।
घोटाले का असली सूत्रधार
ईडी ने शुक्रवार को विशेष न्यायाधीश एमजी देशपांडे के समक्ष अपना लिखित जवाब दाखिल किया, जिसमें उसने संजय राउत की जमानत का विरोध किया। पिछले दिनों ईडी ने पत्रा चाल घोटाले में प्रवीण राउत फ्रंटमैन और संजय राउत को घोटाले का असली सूत्रधार बताया था।
सहयोगियों से करोड़ों की लेन-देन की जांच
ईडी पात्र चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं, संजय राउत की पत्नी और कथित सहयोगियों से करोड़ों रुपए की लेन-देन की जांच कर रही है। ईडी संजय राऊत को 31 जुलाई को गोरेगांव पत्रा चाल घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया था। साल 2010 में प्रवीण राऊत की पत्नी माधुरी ने संजय राऊत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में 83 लाख रुपए ट्रांसफर किए थे।