Uddhav Thackeray

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    मुंबई: शिवसेना अध्यक्ष और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा है कि भले ही कितने विधायक और सांसद पार्टी छोड़ कर चले गए हैं, लेकिन शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से जो आक्रामक अंदाज हम लोगों ने सीखा है, वह कायम रहेगा। सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उद्धव ठाकरे मंगलवार को पहली बार विधान भवन (Vidhan Bhavan) पहुंचे। 

    इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आघाडी सरकार में रहते हुए उन्होंने कोरोना महामारी का डट कर मुकाबला किया था। ऐसे में अभी जो पार्टी पर संकट आया है। उसका भी वे मजबूती से मुकाबला करेंगे और इस जंग को भी जीतेंगे।

    सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास

    उद्धव ने सुप्रीम कोर्ट में शिंदे गुट के 16 विधायकों की अयोग्यता मामले पर चल रही सुनवाई के बारे में कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा विश्वास हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में जो राजनीतिक घटनाक्रम हो रहे हैं। उसे जनता देख रही है । ठाकरे ने कहा कि समय आने पर सबका हिसाब चुकता किया जाएगा।

    आघाडी एकजुट

    उद्धव ठाकरे विधान भवन महाविकास आघाडी की सहयोगी दल कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं के साथ चर्चा करने के लिए पहुंचे थे । उन्होंने कहा कि आघाडी पूरी तरह से मजबूत हैं। हालांकि उद्धव ठाकरे ने आने वाले दिनों में स्थानीय निकाय चुनाव साथ लड़ने को लेकर पत्ते नहीं खोले। उद्धव ठाकरे ने कहा कि काफी दिनों बाद उनकी मुलाकात सहयोगी दलों के नेताओं से हुई है। उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव लड़ने के बारे में फैसला मिल कर लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक़, उद्धव ठाकरे ने आघाडी की सहयोगी दलों के साथ मानसून सत्र के बचे हुए दिनों में जरुरी मुद्दों को उठाने के अलावा स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियों पर चर्चा की। महाविकास आघाड़ी की बैठक उद्धव ठाकरे, अजीत पवार और बालासाहेब थोरात समेत कई अहम नेता मौजूद रहे।