Yashwant Jadhav

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    मुंबई: मुंबई महानगरपालिका चुनावों (Municipal Elections ) से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना नेता और स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष यशवंत जाधव (Yashwant Jadhav) को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत नियमों के उल्लंघन के आरोप में समन (Summons) जारी किया है। 

    ईडी के सूत्रों ने बताया कि उनकी जांच अभी प्रारंभिक चरण में है। यह समन यशवंत जाधव और भायखला से  उनकी विधायक पत्नी यामिनी जाधव से जुड़े कई परिसरों में आयकर विभाग द्वारा की गई तलाशी पर आधारित है। जाधव पर आरोप है कि उन्होंने मुंबई के भायखला में बिलकहाड़ी चैंबर्स कॉम्प्लेक्स में कई फ्लैट खरीदने के प्रयास किए। इसके लिए बिल्डिंग के मालिक को कुछ पैसों का भुगतान भी किया है। आशंका जताई जा रही है कि उन्होंने ये पैसे हवाला के जरिए ट्रांसफर किए हैं।

    विदेशी लेन-देन की होगी जांच

    इसके अलावा यशवंत जाधव द्वारा नियंत्रित प्रधान डीलर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के विदेशी लेनदेन पर भी संदेह है।ईडी फेमा के तहत लेनदेन की जांच कर रही है। इसके अलावा जाधव ने अपने रिश्तेदारों के जरिए भारी निवेश किया है। इसकी भी जांच ईडी करेगी कि यह निवेश कैसे किया गया।

    आयकर विभाग ने की संपत्ति कुर्क

    इससे पहले फरवरी 2022 में मुंबई के आयकर विभाग ने यशवंत जाधव के 5 करोड़ रुपए के फ्लैट सहित 41 संपत्तियों को कुर्क किया था। जिन संपत्तियों को कुर्क किया गया था उसमें भायखला में बिलकहाड़ी चैंबर्स बिल्डिंग में 31 फ्लैट,बांद्रा में 5 करोड़ रुपये के फ्लैट के अलावा भायखला में होटल क्राउन इंपीरियल शामिल थे।

     भतीजे और बहनोई से भी हुई थी पूछताछ

    आयकर विभाग को संदेह है कि इनमें से अधिकांश संपत्ति काले धन से खरीदी गई थी जो जाधव ने 2018 से मार्च 2022 के बीच बीएमसी के स्थायी समिति के अध्यक्ष रहते हुए जमा किये थे।इस मामले में आयकर विभाग ने जाधव के बहनोई विलास मोहिते और उनके भतीजे विनीत जाधव को भी अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था। ये दोनों ही उनके वित्तीय और कंपनी के लेनदेन को संभाल रहे थे।