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    नागपुर: ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) शरीर के लिए काफी अच्छे होते है। अक्सर लोग सेहतमंद रहने के लिए ड्राई फ्रूट्स खाने की सलाह देते है। वहीं, ड्राई फ्रूट्स में पिस्ता (Pistachio) सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। शरीर की कई समस्याओं को खत्म करने के लिए पिस्ता के फायदे फायदेमंद होते हैं। पिस्ता अन्य सूखे मेवों की तुलना में बहुत महंगा है। लेकिन, अब पिस्ता को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। नागपुर (Nagpur) में कुछ लोग मूंगफली में खतरनाक रंग मिला कर सूखे मेवों का कारोबार कर रहे हैं। नागपुर पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में यह बड़ी सच्चाई सामने आई है।

    नागपुर (Nagpur) में कुछ मिलावटखोरों ने पिस्ता के नाम पर 70 रुपये किलो की मूंगफली को 1100 रुपये किलो बेचना शुरू कर दिया है। नागपुर पुलिस जोन के विशेष दस्ते को एक गोपनीय सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया कि, नागपुर के मशहूर गणेशपेठ इलाके में एक गाड़ी में नकली पिस्ता ले जाया जा रहा है।

    मिली हुई सूचन के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी कर वाहन के पहुंचते ही उसे रोक लिया और उसकी जांच की। उस समय तीन बोरियों में हरा पिस्ता मिला था। लेकिन पुलिस ने चालक को हिरासत में लेकर उससे  पूछताछ की। उस समय चालक ने बताया कि बैग में 120 किलो पिस्ता नहीं बल्कि मूंगफली के दाने थे। चालक की सूचना के आधार पर पुलिस ने गोलीबार चौक में छापेमारी की। वहां पुलिस ने नकली पिस्ता की फैक्ट्री पकड़ी।

    हैरानी की बात यह है कि, गोलीबार चौक इलाके में स्थित इस फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर सड़ी मूंगफली की प्रोसेसिंग कर पिस्ता का प्रसंस्करण किया जा रहा था। उस जगह पर एक खास मशीन से मूंगफली को पिस्ते के रूप में काटा गया। इसके बाद कटी हुई मूंगफली को हरे रंग लगाकर उसे सुखाया जा रहा था। उसके बाद इसे बाजार में 1100 रुपए प्रति किलो की दर से  बेचा जा रहा था। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों को बुलाया। 

    फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारियों के मुताबिक, गोलीबार चौक इलाके में स्थित फैक्ट्री में मूंगफली को हरा रंग देने के लिए बेहद खतरनाक केमिकल डाई का इस्तेमाल किया गया था। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि ऐसे रंग सेहत के लिए बेहद खतरनाक होते हैं और कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण बन सकते हैं।