Leopards at Gorewada

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नागपुर. गोरेवाड़ा बस्ती में फिर से तेंदुआ दिखाई देने से दहशत मच गई. नागरिकों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. लोगों का कहना है कि वन विभाग इस घटना को हल्के में ले रहा है. विगत दिनों गोरेवाड़ा के माधवनगर में एक तेंदुआ दीवार पर आराम फरमाते देखा गया. उस वक्त लोगों की भीड़ जमा हो गई थी.

नागरिकों और तेंदुए के बीच 30 मीटर से भी कम का फासला था. रविवार की रात एक बार फिर इसी तरह की घटना हुई. इस बार रात करीब 8-9 बजे के बीच माधवनगर में 2 तेंदुए दिखाई दिए. नागरिकों ने वन विभाग से संपर्क किया. वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. तब तक तेंदुए छिप चुके थे. तेंदुआ नहीं दिखने के कारण विभाग कोई एक्शन नहीं ले पाया. हालांकि यह घटना पास में लगे एक सीसीटीवी में कैद हो गई. कुछ समय बाद नागरिकों को फिर 2 तेंदुए दीवार पर बैठे दिखाई दिए. इस घटना से परिसर में हड़कंप मचा हुआ है.

स्ट्रीट लाइट नहीं होने से अंधकार

दिन-ब-दिन वन्य जीव इंसानी बस्तियों तक पहुंचते जा रहे हैं. इस मामले में गोरेवाड़ा बस्ती का नाम चर्चा में है. आए दिन यहां तेंदुए बस्ती तक पहुंच रहे हैं. ऐसे में अंधेरे मार्ग पर कोई भी इनका शिकार बन सकता है. गोरेवाड़ा बस्ती में नटराजनगर तक तो लाइट से मार्ग रोशन रहता है. कुछ ही दूरी पर माधवनगर से पिटेसुर तक स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण सड़क पर अंधेरा रहता है. तेंदुए देखे जाने की घटाएं यहीं पर हो रही हैं. यदि प्रशासन ने इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया तो कोई नागरिक तेंदुए का शिकार बन सकता है.