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नागपुर. वाड़ी थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. अन्न सुरक्षा प्रशासन (एफडीए) द्वारा ट्रांसपोर्टर के कार्यालय में जब्त की गई सड़ी सुपारी के 506 बोरे गायब हो गए. वाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची और एफडीए को जानकारी दी. पुलिस ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोपी सोनबालाल नंदलाल चव्हाण बताया गया. चव्हाण मेसर्स वर्मा रोडवेज का मैनेजर है. अन्न सुरक्षा अधिकारी ललित प्रभूदास सोयाम की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया.

रिपोर्ट के अनुसार एफडीए की टीम ने 9 दिसंबर 2023 को वड़धामना के महादेवनगर में स्थित गोपाल अग्रवाल के गोदाम में छापा मारा था. यह गोदाम वर्मा रोडवेज ने किराए पर ले रखा था. जांच के दौरान गोदाम में 690 बोरे सड़ी सुपारी पाई गई. एफडीए ने सुपारी का सैंपल लिया और सारे बोरे गोदाम में ही सील कर दिए.

वर्मा रोडवेज के मैनेजर चव्हाण को अधिकृत तौर पर फार्म 2 व 3 देकर जांच पूरी होने तक सुपारी की रखवाली करने के आदेश दिए थे. रविवार को वाड़ी थाने के सबइंस्पेक्टर जायभाये ने सोयाम को फोन पर जानकारी दी कि चव्हाण ने गोदाम से सुपारी चोरी होने की शिकायत दी है. सूचना मिलते ही सोयाम ने तुरंत अपनी टीम के साथ गोदाम का मुआयना किया. जांच करने पर गोदाम में केवल 184 बोरे सुपारी मिली. बाकी 506 बोरे गायब हो चुके थे. जब्त किए गए माल की रखवाली की जिम्मेदारी चव्हाण की थी. चव्हाण ने हेराफेरी करके एफडीए की सील तोड़कर माल गायब किया.

सोयाम की शिकायत पर चव्हाण के खिलाफ धारा 406, 188 और अन्न सुरक्षा कानून की धारा 60 के तहत मामला दर्ज किया गया. आश्चर्य की बात ये है कि दिसंबर महीने में एफडीए द्वारा यह कार्रवाई की गई थी. जब्त किए गए सुपारी के सैंपल की रिपोर्ट भी सामने नहीं आई है. वहीं अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि माल आखिर किस व्यापारी का था.

वर्मा रोडवेज के जरिए माल नागपुर किसने भेजा. नागपुर में कौन माल लेने वाला था यह अब तक पता नहीं चल सका है. पकड़े जाने के डर से सुपारी व्यापारी ने माल का क्लेम नहीं किया. वहीं चव्हाण व अन्य लोगों के साथ मिलकर गोदाम से माल गायब कर दिया गया. इससे सड़ी सुपारी बेचने वालों के हौसलों का अनुमान लगाया जा सकता है.