Anil Deshmukh and fadnavis

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नागपुर. पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि जिन लोगों ने मंडल आयोग का विरोध करते हुए कमंडल यात्रा निकाली थी और मंडल आयोग लागू किया इसलिए वी.पी. सिंह सरकार से समर्थन वापस लेकर सरकार गिरा दी थी, वहीं अब शरद पवार के कारण मराठा आरक्षण नहीं मिली यह कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर दम है तो देवेन्द्र फडणवीस आरक्षण का विवाद सुलाझाएं.

अपनी असफलता का ठीकरा दूसरों पर न फोड़ें. उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण का विरोध नहीं है लेकिन ओबीसी पर अन्याय न हो यह हमारी भूमिका है. जब तक लोकसभा में केन्द्र सरकार बिल में संशोधन कर आरक्षण का प्रतिशत नहीं बढ़ाती तब तक आरक्षण का मुद्दा हल नहीं हो सकता. इसके लिए राज्य सरकार को केन्द्र की मदद लेने की जरूरत है. इसलिए सर्वपक्षीय विधायक-सांसद को दिल्ली ले जाकर प्रधानमंत्री के साथ बैठक लगाएं.

केन्द्र में भी भाजपा सरकार है तो फडणवीस उनकी मदद लेकर मराठा समाज को आरक्षण दे सकते हैं लेकिन कुछ करना नहीं और दूसरों की ओर उंगली दिखाना व दो समाज में विवाद खड़ा करने का कर रहे हैं. देशमुख ने कहा कि फडणवीस ने 2013 में धनगर समाज को आरक्षण देने का निर्णय पहले कैबिनेट में रखने का आश्वासन दिया था लेकिन उनकी सरकार बनी, वे सीएम बने लेकिन आज तक धनगर आरक्षण नहीं दिया. केवल आश्वासन देना और कोई रास्ता नहीं निकालना उनका पुराना फंडा है.