अध्यक्ष-उपाध्यक्ष को खोलना पड़ा स्कूल का गेट, ग्रामीण भागों में पहले दिन ही पकड़ आई शिक्षकों की मनमानी

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नागपुर. जिला परिषद का शिक्षा विभाग ने शाला खुलने के पहले ही दिन सभी शिक्षकों को बच्चों का स्वागत करने का निर्देश दिया था लेकिन हालात इसके ठीक उलट पाये गए. जिला परिषद अध्यक्ष मुक्ता कोकड्डे व उपाध्यक्ष कुंदा राऊत ने पहले ही दिन अनेक शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण किया तो वे खुद दंग रह गईं. सुबह 9 बजे जब वे हिवारा बाजार जिप शाला पहुंची तो गेट पर ताला लगा हुआ था.

शाला वीरान पड़ी थी जबकि शिक्षकों व कर्मचारियों को तैयारी के लिए उपस्थित रहना था. अध्यक्ष-उपाध्यक्ष को गेट खोलना पड़ा. खबर फैलते ही शिक्षक आधे घंटे के बाद आए. 10.30 बजे तक कोई विद्यार्थी नहीं आया था. जिप शालाओं में बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार व पदाधिकारी कई तरह के प्रयास करते हैं लेकिन हजारों रुपये वेतन पाने वाले शिक्षकों को कोई विद्यार्थी आए या न आए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, वह पहले ही दिन स्पष्ट हो गया

पाचगांव में दे दी जल्दी छुट्टी

4 तहसीलों के 10 से अधिक शालाओं की आकस्मिक जांच में कई अनियमितताएं सामने आईं. दोनों पदाधिकारियों ने शिक्षकों व मुख्याध्यापकों को कार्रवाई की चेतावनी दी है. पाचगांव शाला में तो मुख्याध्यापक ने समय से पहले ही स्कूल की छुट्टी कर दी. तारसा जिप स्कूल में कोकड्डे व राऊत ने बच्चों के साथ मिडडे मील खाकर अपने आषाढ़ी एकादशी का उपवास छोड़ा.

उन्होंने बताया कि सभी शाला परिसर, शौचालय, पोषण आहार किचन आदि की जांच की. कुछ जगहों पर ग्रामीणों ने शिक्षकों की कमी के लिए रोष भी जताया. कोकड्डे ने कहा कि आगे भी शालाओं की आकस्मिक जांच की जाएगी और अनियमितता पाये जाने पर संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी.