मेडिकल: बीएससी व एमएससी नर्सिंग के लिए स्वतंत्र इमारत नहीं, वर्षों से हॉस्टल में ही चल रहा नर्सिंग कॉलेज

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    नागपुर. शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय व अस्पताल अपनी स्थापना के 75 वर्ष में पर्दापण कर रहा है. शुरिआत में मेडिकल में जनरल नर्सिंग स्कूल शुरू हुआ. नर्सिंग स्कूल में अध्ययनरत छात्रों के प्रशिक्षण के लिए 70 वर्ष पूर्व हॉस्टल तैयार किया गया. इसी हॉस्टल में क्लासेस भी शुरू हुई. २००६ में जनरल नर्सिंग बंद हुआ और बीएससी नर्सिंग कॉलेज शुरू किया गया लेकिन कॉलेज शुरू होने के बाद से 17 वर्ष बीत गये हैं लेकिन अब तक स्वतंत्र इमारत नहीं बनी. अब भी नर्सिंग स्टूडेंट हॉस्टल में ही क्लासेस करते हैं. 

    जब मेडिकल की इमारत का नक्शा बनाया गया था उस वक्त नर्सिंग कॉलेज का उल्लेख मिलता है. 70 वर्षों बाद भी जगह खाली ही पड़ी है. इस खाली जगह पर मवेशी चरते हुए दिखते हैं. नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए जीएनएम प्रशिक्षणार्थियों ने भी हॉस्टल का ही उपयोग किया. इससे प्रशासनिक लापरवाही उजागर होती है. वर्तमान में नर्सिंग स्टूडेंट जहां रहते हैं वहीं क्लासेस करते हैं जबकि प्रशिक्षण के लिए मेडिकल के विविध वार्डों में सेवा देते हैं.

    नक्शे में इमारत मंजूर 

    जनरल नर्सिंग स्कूल बंद कर २००६ में बीएससी नर्सिंग कॉलेज की शुरुआत हुई. बीएससी नर्सिंग की पहली बैच की क्लासेस हॉस्टल में ही शुरू हुई. क्लास रूम बनाने के लिए 2 कमरों के बीच की दीवार को तोड़ा गया. इस तरह से छात्रों के बैठने की व्यवस्था की गई. इसी हॉस्टल में रहने के साथ ही मेस की भी व्यवस्था है. मेडिकल की इमारत का नक्शा १९५८ में मंजूर हुआ था. इस वक्त नक्शे में इमारत मंजूर है. उस वक्त जीएनएम नर्सिंग के लिए जगह भी निश्चित की गई थी. कॉलेज की इमारत से पहले हॉस्टल बनाया जाना था. हॉस्टल तो बन गया लेकिन खुली जगह पर कॉलेज की इमारत नहीं बन सकी. इस संबंध में मेडिकल प्रशासन ने भी सरकार को प्रस्ताव नहीं भेजा. इतना ही नहीं, इतने वर्षों बाद भी स्वतंत्र इमारत के लिए फॉलोअप भी नहीं लिया गया.