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नागपुर: महाराष्ट्र से मिली खास खबर के अनुसार आज यानी मंगलवार 24 अक्टूबर को विजयादशमी (Vijayadashni) उत्सव के अवसर पर उपराजधानी नागपुर (Nagpur) में RSS के सदस्यों ने ‘पथ संचलन’ (रूट मार्च) का भव्य आयोजन किया। इस ख़ास अवसर पर RSS प्रमुख मोहन भागवत और गायक शंकर महादेवन भी ख़ास तौर पर मौजूद रहे।इस मौके पर आज महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री अमित गडकरी भी उपस्थित रहे। 

इस ख़ास मौके पर गायक शंकर महादेवन ने कहा, “मैं सभी को विजयादशमी उत्सव की शुभकामनाएं देता हूं। मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि इस आयोजन में मुझे मुख्य अतिथि के रूप में बुलाया गया है…मैं इसके लिए RSS प्रमुख मोहन भागवत को धन्यवाद देना चाहता हूं…यह मेरे लिए बहुत बड़ी सम्मान की बात है। मैं इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बहुत उत्साहित हूं।”

कब हुई RSS  की स्थापना 
जानकारी दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना केशव बलराम हेडगेवार ने की थी। दरअसल हमारे देश भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ 27 सितंबर 1925 को विजयदशमी के दिन RSS की स्थापना हुई थी। इस साल विजयदशमी के दिन संघ अपने 97 साल पूरे कर रहा है और 2025 में ये संगठन 100 साल का हो जाएगा। नागपुर के अखाड़ों से तैयार हुआ संघ मौजूदा समय में विराट रूप ले चुका है।

वहीं इस स्थापित संघ के प्रथम सरसंघचालक रहे हेडगेवार ने अपने घर पर 17 लोगों के साथ गोष्ठी में संघ के गठन की योजना बनाई। तब इस बैठक में हेडगेवार के साथ विश्वनाथ केलकर, भाऊजी कावरे, अण्णा साहने, बालाजी हुद्दार, बापूराव भेदी आदि मौजूद थे। संघ का नाम , इसका क्रियाकलाप पर सब कुछ समय के साथ धीरे-धीरे तय होता गया। हालांकि उस वक्त हिंदुओं को सिर्फ संगठित करने का विचार था। यहां तक कि संघ का नामकरण ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ भी 17 अप्रैल 1926 को किया गया था। इसी दिन हेडगेवार को सर्वसम्मति से संघ प्रमुख चुना गया, लेकिन सरसंघचालक वे नवंबर 1929 में ही बनाए गए थे।