नागपुर में कांग्रेस की बैठक में हंगामा, माइक को लेकर एक से दूसरे भिड़े कर्यकर्ता

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नागपुर. शहर कांग्रेस कि अंतर्कलह एक बार फिर सार्वजनिक हो गई. प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले की अध्यक्षता में महाकालकर सभागृह में संभाग के सभी जिलों की कार्यकारिणी की बैठक जिलानिहाय अलग-अलग समय पर आयोजित की गई  थी. इसमें आगामी लोकसभा व विधानसभा के साथ ही स्थानीय निकाय संस्थाओं के चुनाव की तैयारी के संदर्भ में वरिष्ठ नेताओं को मार्गदर्शन करना था.

सबसे पहले सुबह 9 बजे नागपुर शहर और उसके बाद नागपुर जिला कार्यकारिणी की बैठक होनी थी लेकिन शहर कांग्रेस की पहली बैठक शुरू होते ही जब शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे ने प्रस्तावना रखनी शुरू की तो एक पदाधिकारी नरेन्द्र जिचकार ने उनसे माइक छीनकर अपनी बात रखने का प्रयास किया. जिचकार द्वारा शहर अध्यक्ष से माइक छीनने का प्रयास करता देख उनके समर्थक भड़क उठे. हालांकि पटोले व ठाकरे सहित सभी नेताओं ने समझाने व शांति बनाए रखने की अपील की लेकिन मामला आपे से बाहर हो गया.

ठाकरे समर्थकों ने जिचकार को बाहर करने का प्रयास किया तो जिचकार समर्थक भी सामने आ गए. दोनों गुटों के बीच अपने वरिष्ठ नेताओं के सामने ही धक्का-मुक्की व मारपीट शुरू हो गई. जिचकार का शर्ट फट गया. किसी तरह मामला शांत कराया गया और जिला कांग्रेस की बैठक शुरू की गई. बैठक में विजय वडेट्टीवार, विलास मुत्तेमवार, सतीश चतुर्वेदी, नितिन राऊत, सुनील केदार, अनीस अहमद, नाना गावंडे उपस्थित थे.

गुंडे बुलाने का आरोप

जिचकार ने आरोप लगाया है कि मुझ पर हमला करने वाले कांग्रेस के कार्यकर्ता हो ही नहीं सकते. शहर अध्यक्ष ठाकरे ने प्रास्ताविक पढ़ा और मीटिंग समाप्त होने के साथ ही आगे जिला कांग्रेस की मीटिंग होने की घोषणा कर दी. किसी को भी अपनी बात रखने का मौका तक नहीं मिला. तब उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष पटोले के समक्ष जाकर अपनी बात रखने का प्रयास किया लेकिन उन्हें बाहर कर दिया गया. प्रदेशाध्यक्ष को बताया कि पार्टी का नियम है कि संगठन में किसी पद पर 5 वर्ष से अधिक कोई कार्यकर्ता नहीं रह सकता. विकास ठाकरे ने भी 2 वर्ष पूर्व शहर अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है लेकिन अब तक उसे स्वीकार नहीं किया गया. यह मुद्दा मैं बैठक में रखने वाला हूं यह भान ठाकरे को था और इसलिए उन्होंने मुझ पर हमला करने के लिए बैठक में गुंडे बुलाकर रखे थे. नेता इस घटना पर दखल लें और गुंडागर्दी पर लगाम लगाएं.

चौथी बार किया विवाद

इधर, शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे ने कहा कि जिचकार द्वारा पार्टी के कार्यक्रमों में विवाद पैदा करने की यह पहली घटना नहीं है. चौथी बार उनकी ओर से यह सब किया गया है. इसके पहले प्रदेशाध्यक्ष के सामने भी वे हंगामा कर चुके हैं. उन्होंने खुद अनुशासन पालन समिति प्रमुख से शिकायत की थी. आज की घटना भी लगभग 700 कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में प्रदेशाध्यक्ष सहित सभी बड़े नेताओं के समक्ष हुई है. घटना का वीडियो भी है. अब नेतृत्व उन पर कार्रवाई करे. इधर, कांग्रेस पदाधिकारी उदय सिंह यादव ने कहा है कि कुछ लोग खुद को पार्टी से ऊपर समझने लगे हैं, ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. इस तरह की हरकतें प्रदेशाध्यक्ष को विचलित करने की साजिश है. ऐसे लोगों के कारण पार्टी में असंतोष बढ़ता है.

…तो उस पर होगी कार्रवाई : पटोले

प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने घटनाक्रम पर कहा कि हंगामे के वीडियो‍ की जांच होगी और अगर जानबूझकर हंगामा किया गया व अनुशासनहीनता की गई है तो कार्रवाई करेंगे. उन्होंने सभागृह में कार्यकर्ताओं के उत्साह को लेकर जो खबरें वायरल की जा रही हैं उन्हें निराधार बताया. कहा कि जब कोई बिना अनुमति कुछ बोलने का प्रयास करता है तो ऐसे हालात बन जाते हैं. डीसीएम देवेंद्र फडणवीस जब बाढ़ पीड़ितों से मिलने गये थे तो ऐसी ही परिस्थिति बनी थी लेकिन दूसरे दिन वायरल वीडियो में जिसे नाराज बताया जा रहा था उसने ही वीडियो को लेकर फैलाई जा रही खबरों को गलत बताया था.