नागपुर. न्याय मंदिर के सामने ट्रैफिक विभाग के इंस्पेक्टर ने रांग साइड वाहन चला रहे वकील के साथ हाथापाई कर दी. मामला इतना बिगड़ गया कि सैकड़ों वकील विरोध में जमा हो गए. रोष के चलते वकीलों ने सदर पुलिस थाने में धावा बोला और अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की. आला अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद वकीलों का गुस्सा शांत हुआ. बुधवार की दोपहर अधि. तसीम रजाक अपने दोपहिया वाहन पर जिला न्यायालय से निकलें. उन्हें एक केस के लिए हाई कोर्ट जाना था.
नियमों को ताक पर रखकर तसीम ने रांग साइड पर गाड़ी डाल दी. इसी दौरान सदर ट्रैफिक जोन के इंस्पेक्टर बबन येडगे ने उन्हें रोक लिया. तसीम ने बताया कि उन्हें जल्दी दूसरे कोर्ट पहुंचना है. पुलिस चाहे तो फोटो खींचकर चालान भेज दें. येडगे ने फोटो तो ली लेकिन जब तसीम आगे जाने लगे तो दौड़कर कॉलर पकड़ ली. संतुलन बिगड़ने के कारण तसीम गिरकर जख्मी हो गए. वकील के साथ हाथापाई होने की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में वकील परिसर में जमा हो गए. माहौल तनावपूर्ण हो गया.
येडगे को न्याय मंदिर की चौकी में ही घेर लिया गया. हालात बिगड़ते देख डीसीपी मुमक्का सुदर्शन और चेतना तिड़के और सदर के थानेदार विनोद चौधरी मौके पर पहुंचे. सुरक्षा के बीच येडगे को न्याय मंदिर परिसर से बाहर निकाला गया. अधि. श्रीरंग भांडारकर, डीबीए के अध्यक्ष रोशन बागड़े, पूर्व अध्यक्ष कमल सतुजा, सचिव मनीष रणदिवे, परिजात पांडे, नितिन रुड़ी, परीक्षित मोहिते सहित भारी संख्या में वकील एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर सदर थाने पहुंचे. सीपी ने खुद वकीलों से बातचीत कर कार्रवाई का आश्वासन दिया. विभागीय जांच और तत्काल तबादला करने का आश्वासन मिलने पर वकीलों का गुस्सा शांत हुआ.
कई लोग कर चुके शिकायत
अधि. सतुजा ने बताया कि येडगे हमेशा ही विवादों में रहे हैं. इसके पहले भी कई वकीलों के साथ उलझ चुके हैं. उनके खिलाफ कई बार शिकायत भी की जा चुकी है. एक व्यक्ति ने बताया कि येडगे ने मंगलवार को ही अंजुमन कॉलेज के सामने एक छात्र को लाठी मार दी थी. तब भी छात्र और उसका परिवार शिकायत करने थाने गया था. कॉलेज के सामने खड़े छात्रों की कोई चूक नहीं होने के बावजूद जबरन चालान बनाया गया. ऐसे अधिकारी के खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए.