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  • सत्तापक्ष नेता ने बैंक आफ महाराष्ट्र को भेजा पत्र

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नागपुर. एक ओर जहां स्मार्ट सिटी के सीईओ पद को लेकर महापौर संदीप जोशी की ओर से आयुक्त के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, वहीं अब सत्तापक्ष नेता संदीप जाधव की ओर से बैंक आफ महाराष्ट्र को भी पत्र लिखकर स्मार्ट सिटी की वित्त अधिकारी रही मोना ठाकुर और अकाऊंटेन्ट अमृता देशकर के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करने को कहा गया है. यहां तक कि इस तरह से मामला दर्ज नहीं किए जाने पर बैंक आफ महाराष्ट्र भी इस वित्तिय धांधली में शामिल होने की संभावना जताए जाने के संकेत दिए.

बैंक को दी गलत जानकारी
बैंक आफ महाराष्ट्र को भेजे गए पत्र में जाधव ने कहा कि स्मार्ट सिटी कम्पनी का वर्ष 2016 में खाता खोला गया था. खाता खोलते समय उस समय के आयुक्त श्रावण हार्डिकर और सीईओ रामनाथ सोनवने के हस्ताक्षरों से इस तरह पहली बार खाता खोला गया था. लेकिन बाद में स्मार्ट सिटी की वित्त अधिकारी मोना ठाकुर और अकाऊंटेन्ट रही अमृता देशकर ने दस्तावेजों में हेरफेर एवं पद का दुरुपयोग कर बैंक को गलत जानकारी प्रेषित की. उन्होंने कहा कि संचालक मंडल की बैठक में पारित किए गए प्रस्ताव को बैंक के समक्ष रखा गया था. जिसे स्टेट बैंक आफ इंडिया डिजीटल अकाऊंट के लिए मंजूर किया गया था. इसी प्रस्ताव की कापी लगाकर बैंक में आयुक्त, सीईओ और कैफो (चीफ एकाऊंट एंड फायनान्स आफिसर) के नाम से नया खाता खोलने को कहा गया. 

दस्तावेजों से छेडछाड
पत्र में कहा गया कि 14 फरवरी 2020 को आयुक्त मुंढे संचालक नहीं होने के बावजूद बोर्ड की पहली बैठक में पारित प्रस्ताव में पुन: हेरफेर कर बैंक को अंधेरे में रखते हुए मुंढे के हस्ताक्षर बैंक के खाते में लेने के लिए बाध्य किया गया. उन्होंने कहा कि बैंक आफ महाराष्ट्र के साथ मनपा के अनेक वर्षों से संबंध रहे हैं. जिससे बैंक को गलत जानकारी देकर अडचन में लानेवाले स्मार्ट कम्पनी के इन अधिकारियों पर कार्रवाई करने के संदर्भ में बैंक द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज करनी चाहिए. यदि ऐसा नहीं किया गया, तो बैंक भी इसमें शामिल होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकेगा. अत: बैंक के उपमहाप्रबंधक होने के नाते तुरंत ऐसे अधिकारियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कर संचालक मंडल को इससे अवगत कराने को कहा गया है.