Nagpur Vidhan Bhavan

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    • 7 दिनों का होगा कामकाज 
    • 29 तक चलेगा सत्र

    नागपुर. इस बार 19 दिसंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन अधिवेशन में 7 दिन कामकाज होने की संभावना है. नववर्ष सेलिब्रेशन के लिए 29 दिसंबर से ही विधायकों का जाना शुरू हो जाएगा यह तय है. 19 से 29 दिसंबर तक सत्र का कार्यक्रम तय किया गया है. हालांकि मंगलवार को मुंबई में संसदीय कामकाज सलाहकार समिति की बैठक है जिसमें इसमें कुछ सुधार भी हो सकता है. इस बार विपक्ष के पास सरकार को घेरने के लिए कई मुद्दे हैं लेकिन विरोधियों के दांव का करारा जवाब देने के लिए शिंदे-फडणवीस सरकार चौंकाने वाले महत्वपूर्ण निर्णय ले सकती है. राज्य में सत्ता पलट के बाद यह शीत सत्र काफी हंगामेदार होने की संभावना है. इसकी शुरुआत 17 दिसंबर को मविआ की ओर से निकाले जाने वाले महामोर्चा से ही हो जाएगी. विपक्ष नये मुद्दों व समस्याओं को सामने लाकर सरकार को घेरने का पुरजोर प्रयास भी करेगा.

    पहले सप्ताह 4 दिन काम

    सत्र के पहले सप्ताह गिनती के 4 दिन ही कामकाज होगा. इसमें शिवाजी महाराज सहित महापुरुषों के अपमान सहित कई मामलों में विपक्ष सरकार को घेरने का प्रयास करेगी. हंगामे के बीच ही सरकार कुछ शासकीय कामकाज, विधेयकों को रखने व निर्णय लेने का काम कर सकती है. दूसरे सप्ताह कामकाज के लिए केवल 3 दिन मिलने वाला है. सरकार का प्रयास होगा कि इसमें ही अधिक से अधिक कामकाज निपटाया जाए. दो सप्ताह में केवल 7 दिन ही कामकाज के लिए मिलने वाला है. शिंदे-भाजपा गट ने विरोधियों को जैसे का तैसा उत्तर देने की तैयारी भी करनी शुरू कर दी है.

    विधिमंडल सचिवालय शुरू

    विधिमंडल के शीत सत्र के लिए सचिवालय का कामकाज 12 दिसंबर से शुरू कर दिया है. 19 दिसंबर से सत्र शुरू होगा. सचिवालय के सभी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी पहुंच चुके हैं. उनके पहले ही ट्रकों में भरकर सभी विभागों की जरूरी फाइलें भी नागपुर पहुंच चुकी हैं. विधानभवन को सुरक्षा यंत्रणा ने अपने अधिकार में ले लिया है. मंत्रियों व आलाधिकारियों के कक्षों में नामफलक लगाने का काम चल रहा था.