RTMNU, nagpur University

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    नागपुर. आरटीएम नागपुर विवि उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत के ऑफलाइन परीक्षा वाले निर्णय के बाद से असमंजस जैसी स्थिति है. परीक्षा किस पैटर्न से होगी, इसका जवाब अधिकारियों के पास भी नहीं है. वहीं दूसरी ओर छात्रों का टेंशन दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है. इस बीच विवि ने शनिवार को नया नोटिफिकेशन जारी एक बार फिरकॉलेजों सहित छात्रों की उलझनें बढ़ा दी. विवि ने करीब दो सप्ताह पहले जारी किये गये नोटिफिकेशन को स्थगित दे दी है लेकिन परीक्षा के बारे में स्पष्ट नहीं किया गया है.

    विवि के पुराने नोटिफिकेशन के अनुसार परीक्षा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों पद्धति से ली जाने वाली थी. साथ ही प्रैक्टिकल परीक्षाएं ऑफलाइन ही ली जानी थी. इसके बाद उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री ने उपकुलपति की बैठक में स्पष्ट कर दिया कि परीक्षा ऑफलाइन पद्धति से ही जाये ताकि समूचे राज्य में एकसमानता बनी रही. इसके बाद कुछ छात्र संगठन आक्रमक हुये और निर्णय के विरोध में आंदोलन भी किया.

    कल से शुरू होना थे प्रैक्टिकल

    शनिवार को विवि ने नया नोटिफिकेशन जारी किया. इसके अनुसार पुराने नोटिफिकेशन को तब तक के लिए स्थगित कर दिया गया, जब तक नया नोटिफिकेशन जारी नहीं हो जाता. अब नया नोटिफिकेशन जारी कब होगा, यह अधिकारी भी बताने से कतरा रहे हैं. साथ ही परीक्षा का पैटर्न क्या होगा, यह भी अब तक तय नहीं है.

    पुराने नोटिफिकेशन के अनुसार 15 मई से लिखित और 2-14 मई तक प्रैक्टिकल परीक्षाएं ली जानी थी. अब यदि ऑफलाइन परीक्षा ली जाती है तो फिर तीन घंटे का लिखित पेपर लेना होगा. इसके लिए विवि की तैयारी नहीं है. पेपर और उत्तर पत्रिकाएं छापने से लेकर पेपर सेट करने और माडरेशन करने में ही करीब दो महीने का समय निकल जाएगा. वहीं दूसरी ओर यदि विवि बहुप्रश्न पद्धति की परीक्षा लेता है तो उसे मान्यता मिलेगी, यह जरूरी नहीं है क्योंकि जब कोविड के सभी प्रतिबंध खत्म हो गये है तो लिखित परीक्षा को ही मान्यता होगी.

    सरकार व शिक्षा विभाग के बीच तालमेल नहीं

    परीक्षा के लिए अब ज्यादा दिन नहीं बचे है. छात्र भी असमंजस की स्थिति में है. परीक्षा किस पैटर्न से होगी, यह तय हो जाता तो तैयारी के लिए भी आसानी होगी. छात्रों का कहना है कि उच्च शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालयों के बीच तालमेल के अभाव की वजह से उक्त स्थिति उत्पन्न हुई है. एक सप्ताह बाद फैसले बदलने से छात्र भी परेशान हो गये हैं. इस बारे में जल्द ही निर्णय लिया जाना चाहिए ताकि छात्र एकाग्रता से तैयारी कर सके. छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए.