Tiger Attack, Anil Deshmukh

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  • मौके पर पहुंचे अनिल देशमुख, 25 लाख का मुआवजा देने की मांग

कोंढाली (सं.). स्थानीय वन परिक्षेत्र अंतर्गत कातलाबोड़ी क्षेत्र में बाघ के हमले में एक युवा ग्वाले की मृत्यु हो गयी. इस घटना के बाद गुस्साये लोगों ने वन विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारियों का घेराव कर मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपए का मुआवजा तथा भाई को नौकरी देने की मांग की. शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दिया. इससे कुछ देर के लिए ग्राम में तनाव की स्थिति बन गई. 

जानकारी अनुसार कातलाबोड़ी के गोपालक अंबादास मुंगभाते को 2 पुत्र हैं तथा उनके पास 10 गायें तथा 18 भैंसें हैं. 18 नवंबर को अंबादास का पुत्र अमोल अपनी गाय और भैंसें लेकर सुबह 8 बजे समीप के जंगल परिसर में गया था. दोपहर 4.30 बजे अमोल के मवेशी घर वापस आ गये पर वह वापस नहीं आया, जबकि रोजाना शाम 6 बजे अमोल अपने मवेशी लेकर घर लौट आता था. देर शाम तक अमोल के घर नहीं लौटने से गांव के लोगों ने तत्काल यह जानकारी कोंढाली के वन परिक्षेत्र अधिकारी निशिकांत कापगते को दी. गांव के लोग तथा वन विभाग की टीम ने रात को अमोल का खोज अभिमान शुरू किया. रात करीब 11 बजे के आसपास एक नाले के पास अमोल की चप्पल, टिफिन और कुल्हाड़ी मिली, वहीं कुछ दूरी पर झांड़ियों में उसके खून से सने कपड़े दिखाई दिए.

वहीं पर बाघ द्वारा किसी को घसीटने के निशान भी मिले. इसी दिशा में खोज करने पर अमोल का क्षत-विक्षत शव भी मिला. कोंढाली वन विभाग ने अमोल के शव का पंचनामा किया. परंतु वन कर्मचारी जब अमोल के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने लगे तब लोगों ने वन अधिकारी तथा कर्मचारियों का घेराव कर मृतक के परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने तथा उसके भाई को सरकारी नौकरी देने की मांग की. इसके अलावा बाघ का तुरंत बंदोबस्त करने की मांग भी ग्रामीण करने लगे जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई.

नेता और अधिकारी पहुंचे

खबर मिलते ही घटनास्थल पर नागपुर के उप वन संरक्षक डॉ. भारत सिंह हाडा और काटोल क्षेत्र के विधायक अनिल देशमुख पहुंचे. देशमुख ग्रामीणों के साथ पैदल चलकर घटनास्थल भी देखने गए. कांग्रेस नेता नाना गांवडे ने भी वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार से मोबाइल पर बात की. इसके बाद वन विभाग ने मृतक के परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने तथा उसके भाई को वन मजदूर के तौर पर नौकरी देने का आश्वासन दिया. दोपहर करीब 2 बजे के आसपास भीड़ शांत हुई और वन विभाग के वाहन से अमोल के शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया गया.