नाशिक : शहर (City) के एक बड़े उद्योगपति (Industrialist) से 2 करोड़ का हफ्ता मांगने की घटना सामने आई है। इस खबर के सामने आने के बाद उद्योग नगरी (Industrial City) एक बार फिर से सहम गई है। बताया जा रहा है कि भू माफिया (Land Mafia) रम्मी राजपूत के नाम पर यह हफ्ता मांगा गया है। इस मामले में रुपेश धीरवाणी और मोहनलाल पहुजा के खिलाफ सातपुर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। पुलिस से इस मामले का जल्द खुलासा करने और दोषियों को जेल भेजने की मांग उद्यमियों द्वारा की जा रही है।
नाशिक के उधमी ईश्वर लापसीया से हफ्ता मांगा गया है। उनसे मिली जानकारी के अनुसार सातपुर एमआईडीसी के प्लॉट क्रमांक 68/4 के इंडस्ट्रियल प्लॉट पर अतिक्रमण किया गया है। इस अतिक्रमण को हटाने के लिए संदिग्ध रूपेश धीरवाणी, मोहनलाल पहुजा ने लापसीया को फोन किया। इस मामले के निपटारे के लिए दो करोड़ का हफ्ता मांगा। उन्हें धमकाया गया कि यह मामला कुख्यात अपराधी रम्मी राजपूत के पास चला गया तो काफी महंगा पड़ेगा। इस तरह से उधमी लापसीया और प्लॉट मालिक सुरेश शाह को जान से मारने की धमकी दी गई।
हफ्ता मांगे जाने की आशंका
नाशिक के बहुचर्चित आनंद वल्ली भाग में जमीन के लिए किसान रमेश मंडलिक की हत्या की गई थी। मंडलिक की हत्या की सुपारी के तौर पर 30 लाख रुपए और 10 गुंठा जमीन होमगार्ड गणेश काले और आबासाहेब भडांगे के भांजे भगवान चांगले को दी थी। मंडलिक जब 5 फरवरी को खेत में पानी देने गए थे तभी उनकी गला चीडकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले के पीछे भू-माफिया रम्मी राजपूत के भाई जिम्मी राजपूत, बिल्डर बालासाहेब कोल्हे जैसे 20 लोगों का गिरोह था। इनमें रम्मी राजपूत द्वारा हफ्ता मांगे जाने की आशंका है।