मुंबई, मालेगांव के बाद नासिक में भी मिले गोवर के मरीज, आरोग्य विभाग ने सतर्क रहने की अपील की

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    नासिक : मुंबई (Mumbai) में गोवर (Govar) के मरीज (Patient) दिन ब दिन बढ़ रहे है। अब नासिक शहर में भी गोवर के मरीज सामने आने से आरोग्य विभाग (Health Department) में भागमभाग देखी जा रही है। मुंबई और मालेगांव के बाद अब नासिक शहर में गोवर के 4 मरीज सामने आने से नागरिक भयभीत हो गए है। नासिक जिले के मालेगांव में कुछ दिन पहले गोवर के मरीज सामने आए थे। 

    गोवर संदिग्ध मरीजों के खून के नमूने जांच के लिए मुंबई में भेजने की जानकारी आरोग्य विभाग ने दी। मालेगांव में गोवर के मरीज सामने आने के बाद जिले पर गोवर का खतरा मंडरा रहा है। इसके चले जिले की आरोग्य यंत्रणा अलर्ट मोड पर आ गई है। आरोग्य विभाग ने शहर में की गई जांच के बाद गोवर के 4 संदिग्ध मरीज सामने आए है। संदिग्ध मरीजों के खून के नमूने जांच के लिए मुंबई भेज दिए है। रिपोर्ट मिलने के बाद आरोग्य विभाग नासिक शहर में सर्वेक्षण करने वाली है। गोवर के संदिग्ध मरीज सामने आने के बाद नागरिकों ने अपने छोटे बच्चों को लेकर सतर्क रहने की अपील आरोग्य विभाग द्वारा की गई है। 

    नासिक शहर में गोवर के संदिग्ध सामने आने से खलबली मच गई 

    गोवर यह संसर्गजन्य बीमारी है, जो छोटे बच्चों को होता है। इसके चलते मरीजों की संख्या बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। मुंबई में गोवर का प्रकोप बढ़ा। इसके बाद मालेगांव में भी मरीज सामने आए। अब नासिक शहर में गोवर के संदिग्ध सामने आने से जिले में खलबली मच गई है। नासिक शहर में जांच के दौरान संदिग्ध मरीज सामने आने से महानगरपालिका प्रशासन में भागमभाग देखी जा रही है। महानगरपालिका के अस्पतालों में बच्चों के लिए संसर्गजन्य कक्ष तैयार किया गया है। मालेगांव महानगरपालिका सिमा क्षेत्र में गोवर के मरीज सामने आने के बाद मालेगांव महानगरपालिका के साथ जिला प्रशासन की नींद हराम हो गई है। मरीजों पर मालेगांव के महानगरपालिका अस्पताल में उपचार किए जा रहे है।

    मुंबई में 10 मरीजों की मौत हो चुकी है

    मुंबई के बाद अब नासिक में गोवर के मरीज सामने आए है। इसके चलते आरोग्य यंत्रणा के साथ नागरिक भयभीत हो गए है। गोवर के लक्षण सामने आने के बाद तुरंत, आरोग्य यंत्रणा को जानकारी देने की अपील आरोग्य विभाग की ओर से की गई है। गोवर के चलते अब तक मुंबई में 10 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें से एक मरीज बाहर का है। तो एक मरीज के मौत का पंजीकरण नहीं हुआ है। मृत्यू विश्लेषण समिति ने मौत की वजह का वैद्यकीय विश्लेषण किया है, जिसमें 9 मरीजों की मौत गोवर बीमारी से हुई है। मुंबई में 208 मरीज मिले है तो संदिग्ध मरीजों का आंकड़ा 3208 तक पहुंच गया है।