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    नाशिक : दहशतगर्दों को पैसे उपलब्ध कराने सहित समाज में अशांति फैलाने का षड्यंत्र रखने के संदेह को लेकर पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) के 5 लोगों को एटीएस ने हिरासत (Custody) में लिया गया है। उनके आर्थिक व्यवहार और फोन के माध्यम से होने वाले संपर्क आपत्ति जनक है। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उपस्थित हो रहा है। संबंधित लगातार आखाती देश के कुछ लोगों से संपर्क में है। इसके अलावा हैदराबाद और जर्मन बेकरी विस्फोट के आरोपियों से संपर्क में रह चुके है, जिनका बम धमाकों के साथ कनेक्शन होने का संदेह व्यक्त किया जा रहा है, जिसे ध्यान में रखकर नाशिक जिला और सत्र न्यायालय ने 5 संदिग्धों को फिर से 14 दिनों की रिमांड पर पुलिस को सौंपा है। ‘पीएफआय’ इस विवादास्पद संगठन का मालेगांव जिला अध्यक्ष मौलाना सैफुर्रहमान सईद अहमद अन्सारी (27), सहित पुणे के कोंडवा निवासी उपाध्यक्ष अब्दुल कय्युम बादुल्ला शेख (48), वरिष्ठ नेता रझी अहमद खान (37), सदस्य बीड निवासी वसीम अझीम उर्फ मुन्ना शेख (29) और कोल्हापुर का विभागीय सचिव मौला नबीसाब मुल्ला को दहशतवादी विरोधी पथक ने 13 दिनों पूर्व हिरासत में लिया है। 

    इस बीच संदिग्धों के साथ पूछपरख की गई। दरमियान जांच में ‘पीएफआय’ के 5 लोगों के आर्थिक व्यवहार, फोन, सोशल मीडिया खाता खंगाला गया। इस दौरान देश के दो बड़े बम विस्फोट के फरार संदिग्धों के साथ उनका संपर्क होने का संदेह एटीएस जता रही है। इसलिए रिमांड का समय समाप्त होने के बाद संदिग्धों को सरकारी पक्ष ने न्यायालय में प्रस्तुत किया। जोरदार युक्तिवाद होने के बाद न्यायालय ने संदिग्धों को फिर से 14 दिनों की रिमांड पर पुलिस को सौंपा। अगली जांच में ‘पीएफआय’ की संदेहास्पद कार्रवाईयों के अनेक सबूत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। 

    बम धमाकों का ब्यौरा

    25 अगस्त 2007 को हैदराबाद के लुंबिनी पार्क में बम धमाका हुआ। इस दौरान अमृतवाहिनी इंजीनियरिंग कॉलेज के 7 विद्यार्थियों की मौत हुई। इस दोहरे बम धमाके मामले में 3 दोषियों में से 2 लोगों को फांसी और एक को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। पुणे के कोरेगाव पार्क स्थित जर्मन बेकरी में 13 फरवरी 2010 को हुए बम धमाकों में 17 व्यक्तियों की मौत हुई और 56 नागरिक घायल हुए थे। मृतकों में 5 और घायलों में 10 विदेशी नागरिक शामिल थे। इस मामले में 7 लोग शामिल होने की बात एटीएस ने कही थी। प्रमुख आरोपी ‘इंडियन मुजाहिदीन’ का प्रमुख दहशतवादी यासीन भटकल और मिर्जा हिमायत बेग को गिरफ्तार किया गया था।