नासिक जिले के आंगनवाड़ियों के समय में बदलाव, जानें कब से कब होगी पढ़ाई, पढ़ें डिटेल्स

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नासिक: महाराष्ट्र (Maharashtra) के साथ ही नासिक जिले (Nashik District) में भी लू का प्रकोप बढ़ गया है और मौसम विभाग (Weather Department) ने और लू की संभावना जताई है। एकीकृत बाल विकास विभाग ने बढ़ती गर्मी (Heat) से बच्चों को बचाने के लिए आंगनवाड़ियों (Anganwadis) के समय में बदलाव करने का निर्णय लिया है। इसके मुताबिक, जिले की सभी आंगनवाड़ियों के समय में बदलाव (Timings Changes) किए गए हैं। 

जिला परिषद के महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारी दीपक चाटे ने बताया कि आंगनवाड़ी का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक कर दिया गया है, जबकि बच्चों को पोषाहार देने का समय सुबह 8 बजे से 10.30 बजे तक निर्धारित किया गया है। जिले भर के बाल विकास परियोजना अधिकारियों को लू से बचाव के लिए आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं। महाराष्ट्र में भीषण गर्मी पड़ रही है। 

तापमान 40 डिग्री के पार  

दोपहर का अधिकतम तापमान हर जगह 40 डिग्री को पार कर रहा है। कई जिलों में हीट स्ट्रोक से मौत के मामले सामने आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि आने वाले समय में लू और तेज होगी और लू लगने का खतरा और बढ़ेगा। इस लू से निपटने के लिए जिला परिषद का स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद हो गया है और जिले भर के 113 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में अलग से हीट स्ट्रोक रूम बनाए गए हैं। आंगनवाड़ियों में आने वाले बच्चों को इस स्थिति में परेशानी न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के बाद एकीकृत बाल विकास विभाग ने भी आंगनवाड़ियों के समय में बदलाव करने का निर्णय लिया है। इस बदले हुए समय के अनुसार बच्चों को शिक्षा और पोषाहार देने का समय सुबह 8 बजे से 10.30 बजे तक कर दिया गया है। अमृत आहार के तहत दिया जाने वाला वर्गाकार आहार भी गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को दोपहर 12 बजे से पहले देना चाहिए। चाटे की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुबह 10.30 से दोपहर 12.30 बजे तक अपनी योजना का कार्य करें।

बरती जाने वाली सावधानियों पर एक नजर

  • आंगनवाड़ी में सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक बच्चे उपस्थित रहें।
  • आंगनवाड़ी में बच्चों के लिए ओआरएस रखा जाए।
  • बच्चों के लिए पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होना चाहिए।
  • अमृत आहार के तहत दिया जाने वाला आहार भी गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताओं को दोपहर 12 बजे से पहले देना चाहिए।
  • आंगनवाड़ी केंद्र पर सीबीई गतिविधियों के लिए दोपहर 12 बजे से पहले माताओं, बच्चों और माता-पिता को उपस्थित होना चाहिए।
  • आंगनवाड़ी केंद्रों में हीट प्रोटेक्शन डिवाइस का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।