अलंगुन बांध टूटने से बाढ़ जैसे हालात अब भी बरकरार, घरों में घुसा पानी

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    नाशिक : जिले में लगातार मूसलाधार वर्षा (Torrential Rain) के कारण जिले के अनेक क्षेत्रों में बाढ़ सदृश्य (Flood Like) स्थिति बन गई है। हालांकि कुछ स्थानों से पानी उतर गया है, लेकिन जिले के अधिकांश हिस्सों में अभी-भी बाढ़ जैसी स्थिति देखी जा रही है। 14 जलाशयों से पानी छोड़े जाने के कारण बहुत से स्थानों से पानी अभी-भी नहीं उतर पाया है। दिंडोरी तहसील में कोचरगांव में आलंदी नदी (Alandi River) की बाढ़ में छह वर्ष की बच्ची के बहने की जानकारी मिली है। 

    गोदावरी, दारणा, कडवा समेत कई नदियों में बाढ़ सदृश्य हो गई है। यहां जलजमाव के कारण जनजीवन पर असर पड़ रहा है। लगातार पांच दिनों से भारी बारिश का सामना कर रहे सुरगाणा, पेठ, इगतपुरी, त्र्यंबकेश्वर तहसील की सभी नदियों और नालों में पानी भर गए हैं। चूंकि कई पुल और सड़कें पानी के नीचे हैं। शहर से होकर बहने वाली गोदावरी की बाढ़ सदृश्य स्थिति में पहले की तुलना में सुधार जरूर हुआ है, लेकिन पूर्व स्थिति आने में अभी समय लगेगा।  गंगापुर से 10 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। शहर में लगातार हो रही वर्षा के थमने के बाद शहर में हाला कि जगह-जगह जमा पानी तो कम हो गया है, लेकिन पूर्व स्थिति आने में अभी देर लगेगी।  

    दबाव बढ़ने से फटा बांध

    तलेगांव, त्र्यंबकेश्वर से पोपट गांगुर्डे (37) के लापता होने की जानकारी मिली है। भारी बारिश में सुरगाणा तहसील के अलंगुण गांव के पास एक मिट्टी का तटबंध गिरने के कारण, नदी के किनारे के घरों और खेतों में पानी भर गया। पिछले वर्ष ग्रामीणों ने बांध से गंदगी निकाल कर कृषि जल के अतिरिक्त भंडारण की व्यवस्था की थी, लेकिन लगातार वर्षा में वह टिक नहीं पाया। बांध में बहुत पानी होने के कारण जेसीबी ने अतिरिक्त पानी निकालने के लिए स्पिलवे को छोड़ने की कोशिश की। कहा जा रहा है कि बढ़ते दबाव के कारण बांध फट गया और क्षतिग्रस्त हो गया। 

    वर्षा के कारण कई बांधों में जल बहुत ज्यादा हो गया। गंगापुर बांध से 10,035 क्यूसेक और दारणा से 15,088 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। ओजारखेड़ से 3517, वाघाड़ से 804, करंजवन से 14,795, हरणबारी से 5548, पालखेड से 25,780, चाणकपुर से 15,275, पुनद से 95,89, कडवा से 3517, पुणेगांव से 3918, हरण बाड़ी से 6221 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गोदावरी, दारणा और कड़वा नदियों में बाढ़ आने से नंदूरमाध्यमेश्वर से 78 हजार, 276 क्यूसेक पानी बहना शुरू हो गया है। 

    63% पर जल संग्रहण-मूसलाधार वर्षा से जिले के बांधों में जल संग्रहण काफी बढ़कर 63 फीसदी हो गया है। 24 छोटे और बड़े बांधों की भंडारण क्षमता 42,248 मिलियन क्यूबिक फीट है। पिछले वर्ष इसी कालावधि में वह केवल 27 फीसदी भरा था। इस वर्ष जल संग्रहण पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने से अधिक है। वाघाड़ और हरणबारी बांध उफान पर हैं। गंगापुर बांध नाशिक शहर को 67%, दारणा (70), मुकणे (60), भावली (74), वलदेवी (65), काश्यपी (49), गौतमी गोदावरी (58), काडवा (70), आलंदी (84) को पानी की आपूर्ति करता है। भोजपुर (38), पालाखेड़ (48), करंजवन (80), ओजारखेड़ (97), तिसगांव (87), पुणेगांव (59), चाणकपुर (67) और केलजर बांध (73) प्रतिशत जल संग्रहण है, इस बांधों के पानी से जिले में सिंचाई के काम में तेजी आएगी।