Police Commissioner Deepak Pandey
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    नाशिक : नाशिक (Nashik) के हर एक कार्यालय और आने वाले बाइक चालक (Bike Driver) के  हेल्मेट (Helmet) का उपयोग करने पर ही उसे प्रवेश देने का बड़ा निर्णय पुलिस कमिश्नर (Police Commissioner) दीपक पांडेय (Deepak Pandey) ने लिया है, जिसे लेकर सोमवार से कार्रवाई शुरू हो गई है। जिसके चलते हेल्मेट का उपयोग न करने वाले बाइक चालकों को पुलिस ने घर का रस्ता दिखाया।

    नाशिक में अगस्त माह में 9 बाइक चालकों की अलग-अलग सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। विशेष यह है कि मौत होने वाले 9 वाहन चालकों ने हेल्मेट का उपयोग नहीं किया था। उन्होंने हेल्मेट का उपयोग किया होता तो शायद उनकी जान बच सकती थी। इस सिलसिले को रोकने के लिए पुलिस कमिश्नर दीपक पांडेय ने 15 अगस्त से शहर के सभी पेट्रोल पंप पर नो हेल्मेट, नो पट्रोल अभियान शुरू किया। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने हेल्मेट का उपयोग न करने वालों पर कार्रवाई किया। अब पुलिस कमिश्नर दीपक पांडेय ने हेल्मेट सख्ती को लेकर बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत नाशिक शहर के सरकारी कार्यालय में बगैर हेल्मेट बाइक चालक को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

    पुलिस पथक तैनात

    सोमवार से इस निर्णय को कार्यान्वित किया गया। इसलिए हेल्मेट का उपयोग न करने वाले कई बाइक चालकों को सरकारी कार्यालय में प्रवेश नहीं दिया गया। महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालय के बाहर पुलिस पथक तैनात किया गया। इसकी शुरुआत पुलिस कमिश्नर ने शहर पुलिस आयुक्तालय से की। 

    कार्यालय प्रमुख पर होगी कार्रवाई

    हेल्मेट का उपयोग न करने वाले बाइक चालक को कार्यालय में प्रवेश देने पर संबंधित कार्यालय के प्रमुख पर कार्रवाई की जाएगी. महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम 1951 की धारा कलम 131 (ब) (1) के तहत 1200 रुपए जूर्माना या 8 दिन की कैद तथा दोनों भी शिक्षा की जाएगी. विशेष यह है कि सभी आस्थापना प्रमुखों को पार्किंग स्थल और प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी लगाना अनिवार्य है. पुलिस पथक समय-समय पर इसकी जांच करेंगे.