सिन्नर: नामपुर से सिन्नर (Nampur-Sinnar) तक हाईवे नंबर 17 (Highway 17) का काम पिछले चार-पांच वर्षों से धीमी गति से चल रहा है। कलवण और पिलकोस शिवार के बीच इस हाईवे पर कई हादसों (road accident) में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। लगभग 200 नागरिक घायल हुए हैं। इसलिए यह हाईवे नागरिकों के लिए मौत का रोड बन गया है और नागरिक मांग कर रहे हैं कि इस सड़क का काम तुरंत पूरा किया जाए।
कलवण से पिलकोस तक संबंधित ठेकेदार ने केवल मुख्य सड़क पर ही तारकोल बिछाया है और इसके चारों ओर साइड बेल्ट का उपयोग नहीं किया है, इसलिए सड़क के किनारे बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं और वाहन चालकों को पता नहीं चलने के कारण बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा कुछ जगहों पर सड़क बड़ी है तो कुछ जगहों पर छोटी है।
गहरे उतार हादसों का कारण
लगातार हो रहे हादसों को लेकर पिलकोस, बगड़ू, नवी बेज, जूनी बेज क्षेत्र के ग्रामीण लोक निर्माण विभाग पर रोष व्यक्त कर रहे हैं। सड़क नवीनीकरण के दौरान यहां आए दिन ग्रामीणों के साथ दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इसलिए, पुल के दक्षिण तरफ खड़ी ढलान वाली सड़क के दोनों ओर सुरक्षित रैंप बनाने की सलाह दी गई, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की अनदेखी के कारण इस क्षेत्र में कई दुर्घटनाएं हो चुकी है।
ग्राम पंचायत सदस्य शीतल कुमार अहिरे का मानना है कि सड़क का काम धीमी गति से चल रहा है। इस कार्य में यात्रियों के लिए कोई सूचना बोर्ड नहीं लगाया गया है। मोड़ पर कहीं कोई गतिरोध नहीं है। इसके अलावा मोड़ पर कोई रिफ्लेक्टर भी नहीं लगा है। इसके कारण दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है।