Nashik Municipal Corporation
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    नाशिक: शहर के विभिन्न स्थानों पर नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) ने प्रायोजकों को शहर के चौराहों पर सौंदर्यीकरण (Beautification) के अवसर प्रदान करने का निर्णय लिया है। चूंकि प्रायोजकों के साथ समझौते के बाद विज्ञापन (Advertisement) कितने बड़े होंगे, इस पर कोई निश्चित नीति अब तक नहीं बनायी गई है, इसलिए नाशिक महानगरपालिका अब होर्डिंग (Hoarding) के आकार को लेकर नई नीति (New Policy) बनाएगी। 

    महानगरपालिका कमिश्नर रमेश पवार शहर के सौंदर्यीकरण को लेकर विशेष रूप से जागरूक हैं। महानगरपालिका ने 132 चौकों का सौंदर्यीकरण का लक्ष्य रखा है। इसके लिए जैसे ही नवनिर्मित होर्डिंग की नीति लागू की जाएगी, पूरे शहर में होर्डिंगों में सामंजस्य बनाकर रखा जाएगा। कमिश्नर ने सीएसआर फंड से सभी चौकों का सौंदर्यीकरण कराते हुए पुराने चौकों के ठेकों की दोबारा जांच शुरू कर दी है। हर डिवाइडर पर 20 से 25 मीटर की दूरी पर साइन बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा, उन्हें समान अंतराल पर रखना होगा। विज्ञापन पैनल 2 बटा 1 आकार से ज्यादा नहीं होना चाहिए।

    …तो दूसरी तरफ महानगरपालिका का होगा नाम 

    हर बोर्ड पर एक तरफ प्रायोजक का नाम और दूसरी तरफ महानगरपालिका के नाम का उल्लेख होना जरूरी है। नाशिक एक धार्मिक शहर के रूप में दुनिया भर में प्रसिद्ध है। दुनिया भर से भक्तों का वर्ष भर आना-जाना जारी रहता है। कुंभ मेला हर 12 वर्ष में लगता है। नाशिक के कुंभ मेले को सिंहस्थ नाम दिया गया है और इस मेले में आए भक्त त्र्यंबकेश्वर भी जाते हैं। शहर में सीबीएस, शालिमार में इंदिरा गांधी चौक, रविवार कारंजा, अशोक स्तंभ और अन्य छोटे-बड़े चौराहों के सौंदर्यीकरण के बाद पूरी दुनिया में नाशिक की एक अलग ही छाप बनेगी। नाशिक आने वाले भक्तों को नाशिक शहर खूबसूरत लगेगा।