नाशिक : भाजपा मंडल अध्यक्ष अमोल इघे की हत्या (Murder) के आरोपी विनोद (Vinod) उर्फ विनायक बालासाहेब बर्वे (Vinayak Balasaheb Barve) (उम्र 38, श्रमिकनगर) को 5 दिसंबर तक पुलिस (Police) हिरासत (Custody) में भेज दिया गया है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि बर्वे के साथ कोई और भी संदिग्ध तो नहीं है।
पिछले हफ्ते लगातार तीन हत्याओं से नाशिक जिला हिल गया है। इसलिए भाजपा नेताओं ने पुलिस कमिश्नर दीपक पांडेय के तबादले की मांग उठाई है। उन्होंने यह मांग पहले सातपुर थाने के बाहर उद्घोषणा करते हुए की थी।
मामला क्या है ?
नाशिक के सातपुर के भाजपा मंडल अध्यक्ष अमोल इघे की हत्या कर दी गई। शुक्रवार सुबह करीब छह बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने अमोल इघे को फोन किया। उसने उसे घर से बाहर बुलाया और धारदार हथियार से मार डाला। घटना नाशिक के कार्बन नाका इलाके की है। पुलिस इलाके के सीसीटीवी से फुटेज खंगाल रही है ताकि पता लगाया जा सके कि सुबह छह बजे क्या हुआ था।
बर्वे पर कई अपराध
इघे हत्याकांड के आरोपी बर्वे को जिले में पुलिस ने हथकड़ी लगा दी है। उस पर पहले भी कई संगीन आरोप लगाए जा चुके है। उस पर एक बार गंभीर हमले का भी आरोप लगाया गया है। पुलिस इस बात की जांच शुरू कर दी है कि हत्या उसने अकेले की या किसी और के साथ मिलकर की।
एनसीपी पदाधिकारी है बर्वे
पुलिस को संदेह है कि हत्या राजनीतिक यूनियनों के बीच विवाद के कारण हुई थी। संदिग्ध राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कामगार वंचित आघाडी का पदाधिकारी बताया जा रहा है। वह एक महीने पहले भाजपा से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ था। मालूम हो कि बर्वे की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में ऐंट्री नासिक के पालक मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता छगन भुजबल की मौजूदगी में हुई थी।