दलित महिला का श्मशान घाट में अंतिम संस्कार करने का विरोध, 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

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    जलगांव : दलित महिला का गांव के श्मशान घाट (Cremation Ground) पर अंतिम संस्कार (Funeral) करने का गांव के लोगों द्वारा ही विरोध (Protest) किए जाने का मामला सामने आया है। पाचोरा तहसील के निपाणे गांव में घटना हुआ। इस घटना का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से पूरे जिले में खलबली मच गई है। इस मामले में दलित महिला का अंतिम संस्कार का विरोध करने वाले 11 लोगों के खिलाफ पाचोरा पुलिस स्टेशन में अपराध दर्ज किया गया है। 

    पाचोरा तहसील के निपाने में 11 सितंबर को वृद्धावस्था में एक दलित महिला की मौत हो गई। परिवार के सदस्य उसके बेटे के साथ शव को अंतिम संस्कार के लिए अगले दिन करीब 11:30 बजे गांव में सरकारी जिला परिषद की ओर से बनाए गए श्मशान घाट पर ले गए। गांव के अन्य समुदायों के कुछ ग्रामीणों ने इस दलित महिला के कब्रिस्तान में एक खुले शेड के नीचे दाह संस्कार करने पर आपत्ति जताई, जहां पर मृत होने वाले अन्य सभी समाज के लोगों का अंतिम संस्कार किया जाता है, इससे कब्रिस्तान में अफरा तफरी मच गई। भ्रम की स्थिति पैदा हुई क्योंकि संबंधित ने दलित महिला के परिवार और रिश्तेदारों से कहा कि हमारे समुदाय में अंतिम संस्कार यहां किया जाता है, आपको यहां नहीं करना चाहिए। विवाद न बढ़े, इसके लिए मृतक के परिजनों ने श्मशान घाट के पास खुली जगह में महिला का अंतिम संस्कार किया। 

    पचोरा पुलिस में शिकायत दर्ज

    इस बीच इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिले में हड़कंप मच गया। पुलिस ने घटना को गंभीरता से लिया। मृतक महिला के परिजनों ने पाचोरा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत के आधार पर 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जिन्होंने जाति के आधार पर कब्रिस्तान में दाह संस्कार का विरोध किया और जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर जान से मारने की धमकी दी। यह घटना प्रगतिशील महाराष्ट्र पर काली रोशनी डालती है। इस घटना की हर तरफ निंदा की जा रही है।