नाशिक : जिले में रोज कोरोना (Corona) मरीज (Patients) बढ़ रहे हैं। इसके चलते प्रशासन (Administration) ने सख्त पाबंदियां (Restriction) लगाने के लिए कदम उठाए हैं। गुरुवार शाम पालक मंत्री ने जिला अधिकारी (District Magistrate) कार्यालय में एक बैठक बुलाई। उसके बाद पालक मंत्री छगन भुजबल (Chaggan Bhujbal) ने मीडिया (Media) से बात करते हुए पाबंदियों की जानकारी दी।
इस बैठक में भुजबल ने कहा कि नाशिक में कोरोना मरीजों की संख्या मुंबई की दर से बढ़ रही है। यहां मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हर रोज 100 से अधिक मरीज शहर और जिले के ग्रामीण इलाकों में सामने आ रहे हैं। एैसे में हमें हाथ पर हाथ रख कर नहीं बैठना है। 28 दिसंबर को 421 कोरोना मरीज थे।
अब 5 जनवरी को 1461 मरीज भर्ती हुए हैं। यानी एक हफ्ते में ही कोरोना मरीजों की संख्या में करीब एक हजार का इजाफा हो गया। यह बढ़ोतरी जिले के साथ-साथ नाशिक शहर में भी हो रही है। मंदिर में भीड़ नहीं होनी चाहिए। नाशिक शहर में ऑक्सीजन प्रचुर मात्रा में है। लेकिन इसका इस्तेमाल करने की जरुरत ना पड़े।
स्वास्थ्य विश्वविद्यालय से मालेगांव का अध्ययन
मालेगांव में मरीजों की संख्या में कमी को लेकर स्वास्थ्य विश्वविद्यालय की ओर से एक अध्ययन शुरू किया गया है। क्या मालेगांव में नागरिकों की एंटीबॉडी तो नहीं बढ़ गई है? इसका अध्ययन किया जाएगा।
भुजबल ने क्या कहा ?
- सोमवार से 8वीं तक के सभी स्कूल 31 जनवरी तक बंद रहेंगे, 10वीं-12वीं की कक्षाएं जारी रहेंगी। 31 जनवरी तक समीक्षा के बाद निर्णय लिया जाएगा
- अभी बाजार बंद नहीं होंगे। लेकिन लोग नहीं माने तो बंद करना पड़ेगा
- नाशिक में नो वैक्सीन नो एंट्री मुहीम चलाई जाए
- पर्यटन को लेकर अगले सप्ताह फैसला लिया जाएगा