कसारा घाट रोड की हालत बेहद खराब, समस्या पर नहीं दिया जा रहा ध्यान

    Loading

    इगतपुरी : मुंबई-आगरा महामार्ग (Mumbai-Agra Highway) पर कसारा घाट (Kasara Ghat) के साथ-साथ पडघा से गोंदे महामार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे (Potholes) पड़ गए हैं। इस मार्ग पर वाहन चलाते समय वाहन चालकों को अपनी जान हथेली पर रखकर चलना पड़ता है। इन्हीं रास्तों की श्रेणी में अब कसारा घाट का रास्ता भी आ गया है। इस महामार्ग के कुछ ही दूर रास्ते पर दरार पड़ गई हैं। 

    मुंबई आगरा राष्ट्रीय महामार्ग असलेल्या महामार्ग क्षेत्र में आने वाले मुंबई-नाशिक के पुराने कसारा घाट की निकृष्ट दर्जे का कामकाज और उस क्षेत्र में हुई वर्षा के कारण कसारा घाट की हालत बहुत ही ज्यादा खराब बतायी जा रही है। रास्ते और घाट की खस्ता हालत समेत अन्य समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा, लेकिन टोल नाके पर टोल की वसूली जोर-शोर से जारी है। 

    अति महत्व समझे जाने वाले इस कसारा घाट में सन् २०२० की बरसात में कसारा के पुराने और नए घाट दोनों की स्थिति पर काफी प्रभाव पड़ा था, इस कारण महामार्ग पर कुछ दिनों तक एक तरफा यातायात जारी रखा गया था। वर्षा काल समाप्त होने के बाद राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण और टोल प्लाजा कंपनी के एक ठेकेदार ने करोड़ों रूपए खर्च करके वहां के रास्तों की मरम्मत की और रास्ते पर जहां दरार पड़ा था, उसे भी भर दिया, लेकिन रास्ता मरम्मत और दरार भरने के काम का दर्जा निकृष्ट होने के कारण इस वर्ष की बरसात में 16 जुलाई को पुराना कसारा घाट का रास्ते फिर खराब हो गया। खास बात यह है कि 16 जुलाई को उसी जगह दरारें पड़ी, जहां पहले पड़ी थीं, यानी दो वर्ष पहले जहां मरम्मत का काम किया गया था, उसी स्थान पर फिर सड़क खराब हुई है। 

    सड़क पर हैं कई बड़ी दरारें

    पुराने कसारा घाट में सड़क पर दरारें बढ़ती जा रही हैं और घाट से भारी वाहनों के गुजरने का दौर जारी है। भारी बारिश और भारी वाहनों के कारण, राजमार्ग पर सड़क बहुत खराब होने की आशंका व्यक्त की जा रही है और यात्रियों की सुरक्षा के लिए, टूटे और खराब सड़कों पर एकतरफा यातायात जारी रखने के उपाय करना आवश्यक है, अन्यथा दुर्घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। पुराने कसारा घाट पर काफी ट्रैफिक रहता है इस मार्ग पर कई बड़ी दरारें पड़ी हैं। वर्षा का पानी सड़क की दरारों जा रहा है, जिससे सड़क और कमजोर होने की बात कही जा रही है। 

    मुंबई नाशिक महामार्ग के वडपे-गोंदे रास्ता बहुत ही खतरनाक है। इस मार्ग पर पड़े गड्ढों की वजह से हर दिन छोटे-छोटी घटनाएं होती रहती हैं। कसारा घाट में तो स्थिति ऐसी है कि वहां गड्ढे-गड्ढे ही नज़र आते हैं। कसारा घाट के नागमोडी मोड और गहरी खाई से वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए जो दीवार बनाई गई थी, वह भी पूरी तरह टूट गई है, इस वजह से मुंबई नाशिक टोल रास्ता वाहन चालकों के जानलेवा ही साबित हो रहा है। – शाम धुमाल (अध्यक्ष, आपत्ति व्यवस्थापन टीम, कसारा)