नाशिक. मानसून (Monsoon) का आगमन एक सप्ताह बचा है। ऐसे में जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पीने के पानी (Drinking Water) की किल्लत महसूस की जा रही है। टैंकर (Tanker) की संख्या अब 56 हो गई है। इसके माध्यम से 72 गांव और 51 वाड़ियों को जलापूर्ति (Water Supply) की जा रही है। एक दिन में निजी और सरकारी टैंकर 123 राउंड लगा रहे हैं।
बारिश समय के तहत शुरू नहीं हुई तो टैंकर की संख्या बढ़ने वाली है। जिले के 15 में से 10 तहसील में टैंकर से जलापूर्ति हो रही है तो 5 तहसील टैंकरमुक्त हैं। सर्वाधिक यानी की 28 टैंकर से येवला के 28 गांव और 19 वाड़ियों को जलापूर्ति की जा रही है।
12 टैंकर के माध्यम 12 गांवों में जलापूर्ति
सुरगाणा में 12 टैंकर के माध्यम से 12 गांवों में जलापूर्ति हो रही है। पेठ और चांदवड़ में प्रत्येकी 8 टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। जिले के बागलाण, चांदवड़, देवला, मालेगांव, नांदगाव, पेठ, सुरगाणा, त्र्यंबकेश्वर, येवला आदि तहसीलों के 72 गांव 51 वाड़ियों को कुल 56 टैंकर से जलापूर्ति हो रही है। इसमें 7 सरकारी तो 49 निजी टैंकर है। दिनभर 10 तहसील में 123 टैंकर राउंड लगा रहे हैं। 53 कुएं गांव के लिए तो 17 कुएं टैंकर में पानी भरने के लिए अधिग्रहित किए गए हैं। मानसून का आगमन 7 जून तक होने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है, लेकिन बारिश नहीं हुई तो अन्य तहसीलों में भी टैंकर से जलापूर्ति करने की नौबत आएगी क्योंकि नदी, नाले, कुएं सूख रहे हैं।