Sammed Shikharji

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    पिंपरी: जैनियों के झारखंड (Jharkhand) के सर्वोच्च पवित्र तीर्थस्थल ‘सम्मद शिखरजी’ (Sammed Shikharji) को पर्यटन स्थल घोषित करने के प्रस्ताव को तत्काल निरस्त कर उसे ‘तीर्थस्थल’ घोषित किया जाना चाहिए। बीजेपी के पिंपरी-चिंचवड अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे (MLA Mahesh Landge) ने राज्य सरकार से इसके लिए केंद्र सरकार और झारखंड सरकार से अनुशंसा करने की मांग की हैं। शीतकालीन सत्र के मौके पर विधायक लांडगे ने नागपुर में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Deputy Chief Minister Devendra Fadnavis) को ज्ञापन दिया है। 

    ज्ञापन में कहा है कि, झारखंड राज्य सरकार ने ‘सम्मद शिखरजी’ के झारखंड तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल घोषित किया है। दुनिया भर के जैन धर्मबंधुओं की इस तीर्थस्थल को मोक्षभूमि के रूप में अपार आस्था है। चूंकि इस पवित्र भूमि को पर्यटन स्थल घोषित कर दिया गया है, इससे इस स्थान की पवित्रता खतरे में आ गई है। पर्यटक युगल के साथ जूते-चप्पल पहनकर जाएंगे। कोल्ड ड्रिंक, पीने के पानी की बोतल कहीं भी फेंकी जाएगी। जैन समुदाय में यह संदेश जा चुका है कि वहां बिना किसी प्रतिबंध के शराब पी जाएगी, मांसाहार किया जाएगा और सरकार शिखर मार्ग पर होटल, लॉजिग व्यवसायिक दुकानों की अनुमति देगी।

    पर्यटन स्थल के रूप में निर्णय वापस ले 

    नतीजतन, पूरे जैन समुदाय की मांग है कि केंद्र सरकार सम्मेद शिखरजी, जो जैन धर्म का सर्वोच्च तीर्थ स्थल है, को तीर्थ स्थल घोषित करे और पर्यटन स्थल के रूप में निर्णय वापस ले। झारखंड सरकार के इस फैसले का महाराष्ट्र में भी तीखा असर पड़ रहा है। पुणे, पिंपरी-चिंचवड, मुंबई समेत राज्य में जैन बंधुओं में नाराजगी का माहौल है। 

    दुकानें और व्यवसाय बंद कर फैसले का हो रहा विरोध

    पिंपरी-चिंचवड और पुणे शहर में जैन समुदाय द्वारा बंद का आह्वान किया गया है। जैन समाज के लोग आज अपनी दुकानें और व्यवसाय बंद रखकर विरोध करने जा रहे हैं। जैन समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए, महाराष्ट्र सरकार को झारखंड राज्य सरकार और केंद्र सरकार को पवित्र स्थान ‘सम्मद शिखरजी’ को जैनियों के तीर्थ स्थल के रूप में घोषित करने की सिफारिश करनी चाहिए। विधायक लांडगे ने पुरजोर मांग की है कि केंद्र सरकार को इसके लिए फॉलोअप करना चाहिए।