MNS Protest

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    पिंपरी:  नवंबर से पिंपरी-चिंचवड़ शहर (Pimpri-Chinchwad City) में रोजाना 24 घंटे जलापूर्ति (24 Hour Water Supply) करने की घोषणा की याद दिलाते हुए मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) की ओर से महानगरपालिका मुख्यालय (Municipal Headquarters) में आंदोलन (Protest) किया गया। पिंपरी-चिंचवड़करों के साथ धोखाधड़ी न करें, 24 घंटे जलापूर्ति की घोषणा को पूरा करें जैसे नारों से पूरा महानगरपालिका का गलियारा गूंज उठा।

    मनसे (MNS) के गुटनेता और शहराध्यक्ष सचिन चिखले के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में शहर सचिव रुपेश पटेकर, महिला अध्यक्ष अश्विनी बांगर, सीमा बेलापुरकर, संगीता देशमुख, अनिता पांचाल, श्रद्धा देशमुख, रुपेश पटेकर, बाला दानवले, मयुर चिंचवडे, स्नेहल बांगर, राजु सावले, विशाल मानकरी, सुशांत सालवी, सुरेश संकट, निलेश कांबले, संजय मोरे, सचिन सोनटक्के, अशोक धोत्रे, नारायन पठारे, विजया परदेशी, नितीन चव्हाण, सुजाता काटे, रवि जाधव, दत्ता देवतरास, मयुर हजारे, आण्णा कापसे, सुरेश भिसे, काशिनाथ खजुरकर, कृष्षा बिरुणगिकर, सागर शिंदे, साईराम भोसले, के के कांबले, आनंद भाकरे, रमेश उकाडे, आशिष चव्हाण, रोहण कांबले, निलेश नेटके, विद्या कुलकर्णी, रणजित ठाकुर, सीमा बेलापुरकर, श्रद्धा देशमुख, सगिता देशमुख, सचिन मिरपगार, नितिन सुर्यवंशी, अनिता पांचाल, वैशाली बौत्रे, आकाश सागरे, रवि कोणरकर शामिल हुए थे।

    पानी कटौती की तलवार लटक रही

    पार्टी के शहराध्यक्ष सचिन चिखले ने कहा कि तत्कालीन महानगरपालिका कमिश्नर श्रवण हार्डिकर ने तकनीकी कारण बताते हुए 25 नवंबर 2019 से एक दिन छोड़कर जलापूर्ति शुरू की। कमिश्नर ने आश्वासन दिया था कि उस समय शहरवासियों को छह माह तक ही यह समस्या होगी, जिसके बाद नियमित जलापूर्ति होगी। आज करीब दो साल से शहर के लोगों के सिर पर पानी कटौती की तलवार लटक रही है। जलापूर्ति विभाग ने घोषणा की थी कि नवंबर 2021 से रोजाना जलापूर्ति की जाएगी, लेकिन नवंबर का महीना खत्म होने को है। इसके बावजूद रोज जलापूर्ति शुरू नहीं हो रही है। प्रदर्शनकारियों ने पवना बांध में पर्याप्त जलसंचय रहने से शहर में रोजाना 24 घंटे पानी की आपूर्ति की मांग की।